बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के 'गढ़' में उनके सुशासन की पोल खोलने के लिए पहुंचे दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल. अब ऐसे में सियासी ड्रामा मचना तो लाजमी था. लेकिन जिस तरह से केजरीवाल को हिरासत में लिया गया ये सब पूर्वनियोजित ही लग रहा था.
गुजरात के अहमदाबाद से करीब 200 किमी आगे केजरीवाल का काफिला राधनपुर पहुंचा तो दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री को सुरक्षा देने में कोई कोताही नहीं बरती गई. लेकिन जैसे ही केजरीवाल का काफिला सामी गांव के एक सरकारी अस्पताल के बाहर रुका, नजारा बदल सा गया. केजरीवाल ने इस अस्पताल में खराब व्यवस्था को लेकर खुलासा करने की बात कही.
इसी के बाद केजरीवाल के काफिले को गुजरात में दिक्कतों का सामना करना पड़ा. सामी से 15 किमी आगे बढ़ते ही राधनपुर में करीब 100 लोग केजरीवाल को काले झंडे दिखाने पहुंचे. ये प्रोटेस्टर केजरीवाल के खिलाफ नारे लगा रहे थे और केजरीवाल की सुरक्षा में लगा पुलिस दल भी अचानक ही गायब हो गया.
इसी दौरान कुछ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने केजरीवाल को यह कहकर हिरासत में ले लिया कि उन्होंने मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट को तोड़ा है. केजरीवाल के काफिले को राधनपुर पुलिस स्टेशन ले जाया गया. इस हाई वोल्टेज सियासी ड्रामे के दौरान केजरीवाल को पुलिस स्टेशन के अंदर ले जाया गया तो उनके समर्थक बाहर धरने पर बैठ गए.
30 मिनट की हिरासत के बाद केजरीवाल को छोड़ दिया गया. केजरीवाल ने बाहर आते ही कहा कि एक्सपोज यात्रा को रोकने के लिए ये सब नरेंद्र मोदी की साजिश है. हालांकि पुलिस ने दावा किया कि केजरीवाल को सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस स्टेशन ले जाया गया क्योंकि वहां बहुत बड़ा ट्रैफिक जाम लग गया था.