भोपाल से लोकसभा का टिकट न मिलने पर वरिष्ठ बीजेपी नेता लाल कृष्ण आडवाणी पार्टी से रूठ गए हैं और उनके मान-मनौव्वल का सिलसिला एक बार फिर शुरू हो
गया है. इस तमाशे पर दूसरी पार्टियों के नेता भी मौज लेने लगे हैं.
आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार में पूर्व मंत्री मनीष सिसोदिया ने तो
मजाक-मजाक में नया शिगूफा छेड़ दिया है. उन्होंने तंज करते हुए ट्विटर पर लिखा है कि कोई आडवाणी से पूछे कि क्या वह वडोदरा से मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे?
कोई आडवाणी जी से पूछ के बताओ तो कि वड़ोदरा से मोदी जी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे? ? ? ?
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Manish Sisodia (@msisodia) March 20, 2014
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रह चुकीं रीता बहुगुणा जोशी ने भी आडवाणी की नाराजगी के बहाने बीजेपी को घेरा. उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी में वरिष्ठ नेताओं का सम्मान नहीं किया जाता. उन्होंने कहा, 'मोदी अपनी फासिस्ट सोच से बीजेपी में हर किसी को मारना चाहते हैं. उनके यहां सीनियर नेताओं का सम्मान नहीं है.'
गौरतलब है कि 86 साल के आडवाणी भोपाल से लोकसभा का टिकट चाहते थे लेकिन बुधवार रात पार्टी ने उन्हें गांधीनगर से प्रत्याशी घोषित कर दिया. शाम को पूर्व पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी और सुषमा स्वराज आडवाणी को मनाने गए थे, लेकिन सूत्रों के मुताबिक वे नाकाम रहे. गुरुवार सुबह ही नरेंद्र मोदी भी आडवाणी के घर उन्हें मनाने पहुंच गए.