AAP के दिग्गज नेता अरविंद केजरीवाल ने BJP के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी सीट से चुनाव लड़ने की चुनौती स्वीकार कर ली है. केजरीवाल ने ऐलान किया कि वे वाराणसी जाकर रायशुमारी करवाएंगे और अगर जनता चाहेगी, तो वे मोदी के खिलाफ खड़े होंगे.
अरविंद केजरीवाल ने एक जनसभा के दौरान कहा कि नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ना एक चुनौती है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी चाहती है कि वे मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ें. यह चुनौती उन्हें स्वीकार है.
वाराणसी में रायशुमारी के बाद अंतिम फैसला
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वाराणसी से चुनाव लड़ने का अंतिम फैसला वहां की जनता से पूछकर किया जाएगा. उन्होंने कहा, 'मैं इस बारे में 23 मार्च को वाराणसी में रैली के दौरान ऐलान करूंगा.'
मोदी पर बोला सीधा हमला
केजरीवाल इस दौरान नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोलने से नहीं चूके. उन्होंने जनता के आगे सवाल खड़ा किया, 'अपने लिए सेफ सीट खोजने वाला व्यक्ति कैसे बहादुर प्रधानमंत्री हो सकता है?'
गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी वाराणसी सीट से तो चुनाव लड़ ही रहे हैं, साथ ही उनके किसी एक अन्य सीट से भी खड़े होने की चर्चा है. वाराणसी सीट पर उम्मीदवारी का ऐलान करते वक्त भी बीजेपी महासचिव अनंत कुमार ने इस संभावना को खारिज नहीं किया. उन्होंने इस बारे में 'विकल्प खुला होने' की बात कही थी.
मोदी को हराने के लिए कांग्रेस ने भी कसी कमर
वाराणसी सीट से नरेंद्र मोदी को हराने के लिए कांग्रेस भी कमर कसती नजर आ रही है. कांग्रेस नेता अनिल शास्त्री ने ट्वीट किया है कि मोदी को हराने के लिए उनकी पार्टी SP व BSP के साथ मिलकर साझा उम्मीदवार उतार सकती है.
AAP नेता संजय सिंह और मनीष सिसोदिया पहले से ही कहते रहे हैं कि पार्टी की इच्छा है कि केजरीवाल मोदी के खिलाफ ही चुनाव लड़ें. इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में भी अमित शाह से चर्चा के दौरान मनीष सिसोदिया ने कहा था कि पहले मोदी अपनी सीट तय कर लें, वे जहां से लड़ेंगे, केजरीवाल भी वहीं से चुनाव मैदान में उतरेंगे.
बहरहाल, आने वाले चुनाव में सियासी दिग्गजों के बीच घमासान और तेज होना तय है. चुनाव के बाद किसके नाम का डंका बजेगा, यह तो आगे देखने वाली बात होगी.