scorecardresearch
 

तमिलनाडु चुनाव में प्रचार के रंग, BJP कैंडिडेट खुशबू ने बनाया 'सुंदर' डोसा

बीजेपी ने खुशबू सुंदर को थाउजेंड लाइट्स विधानसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया है. ये विधानसभा क्षेत्र चेन्नई सेंट्रल लोकसभा क्षेत्र के तहत आता है. शनिवार को चुनाव प्रचार के दौरान खुशबू एक डोसा स्टॉल पर रुकीं. तो उन्होंने वहीं डोसा बनाना शुरू कर दिया.

Advertisement
X
बीजेपी उम्मीदवार खुशबु सुंदर
बीजेपी उम्मीदवार खुशबु सुंदर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • थाउजेंड लाइट्स से भाजपा उम्मीदवार हैं खुशबु सुंदर
  • भाजपा से पहले कांग्रेस में थीं, उससे पहले DMK में
  • AIADMK उम्मीदवार ने भी बनाए थे अंडे डोसे

बंगाल और असम में 27 मार्च से चुनाव शुरू हो चुके हैं अब केरल और तमिलनाडु में 6 अप्रैल को मतदान होना है. ऐसे में चुनाव प्रचार में तेजी आती जा रही है. वोटरों को लुभाने के लिए उम्मीदवार कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. तमिलनाडु में अभिनेत्री से नेता बनीं खुशबु सुंदर ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान डोसे बनाकर वोटरों का ध्यान खींचा. बता दें कि खुशबू सुंदर बीते साल अक्टूबर में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुई थीं.

Advertisement

बीजेपी ने खुशबू को थाउजेंड लाइट्स विधानसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया है. ये विधानसभा क्षेत्र चेन्नई सेंट्रल लोकसभा क्षेत्र के तहत आता है. शनिवार को चुनाव प्रचार के दौरान खुशबू एक डोसा स्टॉल पर रुकीं. तो उन्होंने वहीं डोसा बनाना शुरू कर दिया. उन्हें ऐसा करते देख लोग हैरान रह गए.  

दो हफ्ते पहले कलासापक्कम विधानसभा क्षेत्र से AIADMK उम्मीदवार वी पन्नीसेल्वम ने भी वोटरों को लुभाने के लिए ऐसा ही किया था. 14 मार्च को पन्नीरसेल्वम चुनाव प्रचार के बाद खाना खाने के लिए एक होटल पर रुके थे. उन्होंने फिर अचानक होटल के किचन में पहुंच कर अंडा डोसा बनाना शुरू कर दिया. उन्होंने ये डोसे अपने कार्यकर्ताओं के अलावा अन्य लोगों को भी परोसे.  

देखना होगा कि ये डोसा राजनीति तमिलनाडु के वोटरों पर कितना असर डालती है. जहां तक खुशबू का सवाल है, उन्होंने 2010 में राजनीति की शुरुआत DMK पार्टी के साथ की थी. उन्होंने 2014 में कांग्रेस का हाथ थामा था. पिछले साल अक्टूबर में बीजेपी में शामिल होने से पहले तक, वे सोशल मीडिया और टीवी चैनलों पर कांग्रेस प्रवक्ता के तौर पर पार्टी का पक्ष रखती रही थीं.  

Advertisement

इसके अलावा तमिलनाडु से उम्मीदवारों की ओर से मतदाताओं के कपड़े धोने, सिंबलम युद्धकला का सड़क पर प्रदर्शन करने, पीपीई किट में चुनाव नामांकन के लिए पहुंचने जैसे तरह तरह के दांव आजमाएं जा रहे हैं, जिससे वोटरों को लुभाया जा सके. 

 

Advertisement
Advertisement