तमिलनाडु में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने मेट्रो रेल के किराए में कटौती की है. राज्य सरकार के इस फैसले से मेट्रो का किराया 70 रुपये से घटकर 50 रुपये हो गया है. हालांकि बेस प्राइस 10 रुपये ही है. सरकार का यह फैसला विधानसभा चुनाव से पहले लोगों को लुभाने के मकसद के तौर पर देखा जा रहा है.
हाल ही में चुनाव आयोग की टीम ने दक्षिण के राज्यों का दौरा किया था. अनुमान लगाए जा रहे हैं कि फरवरी के अंत तक राज्यों में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है. ऐसे में पार्टियों ने कमर कसनी शुरू कर दी है. पलानीस्वामी ने इसी कड़ी में मेट्रो रेल किराए में कटौती का ऐलान किया है.
बीजेपी भी तमिलनाडु में अपनी जमीन तलाशने में जुटी हुई है. 14 फरवरी को पीएम मोदी ने चेन्नई में देशी अर्जुन टैंक सेना को सौंपा था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि तमिलनाडु ऑटोमोबाइल हब पहले से ही है. अब तमिलनाडु देश का टैंक मैन्युफैक्चरिंग हब बनने की ओर है. पीएम मोदी ने चेन्नई में मेट्रो रेल फेज-1 एक्सटेंशन का भी उद्घाटन किया था. इस प्रोजेक्ट को 3770 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया गया है. पीएम मोदी ने चेन्नई बीच और अतिपट्टू के बीच चौथी रेलवे लाइन का भी उद्घाटन किया था.
उधर तमिलनाडु में शशिकला की वापसी के बाद से सियासी पारा चढ़ गया है. पहले जमानत और फिर अस्पताल से बाहर आईं पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की करीबी शशिकला और पलानीस्वामी के बीच खुद को जयललिता का सियासी वारिस साबित करने की होड़ है. पलानीस्वामी पहले ही शशिकला को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा चुके हैं लेकिन शशिकला पीछे हटने को राजी नहीं है. शशिकला भी चुनाव में दो-दो हाथ करने की तैयारी में हैं.