तमिलनाडु चुनाव के बीच डीएमके को बड़ा झटका लगा है. विवादित बयान के मामले में चुनाव आयोग ने डीएमके नेता ए राजा पर कार्रवाई की है और उन्हें 48 घंटे तक प्रचार करने से रोक दिया गया है. जिसके बाद ए राजा ने चुनाव आयोग के इस फैसले के चुनौती देते हुए हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल की, लेकिन कोर्ट ने उसे खारिज कर दिया. इससे पहले आयोग ने कहा था कि राजा का बयान ना सिर्फ अपमानजनक है बल्कि एक मां की मातृत्व को भी यह नीचा दिखाता है,जो आचार संहिता का उल्लंघन है.
चुनाव आयोग ने 30 मार्च को मिले ए राजा के जवाब से असंतुष्टि जताते हुए उनको सजा सुनाई. राजा को 31 मार्च शाम 6 बजे तक जवाब दाखिल करना था, लेकिन राजा ने और मोहलत मांग. आयोग ने कहा कि वो और मोहलत नहीं दे सकता. इसके बाद मुहैया कराए गए दस्तावेज, सबूत और अन्य सामग्री के आधार पर आयोग ने फैसला सुना दिया.
डीएमके सांसद ए राजा ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी पर अभद्र टिप्पणी करते हुए कहा था कि वो (पलानीस्वामी) गलत रास्ते से पैदा हुए हैं. ए राजा ने डीएमके चीफ एमके स्टालिन की तारीफ करते हुए कहा कि उनका जन्म सही रास्ते से हुआ है जबकि तमिलनाडु के मौजूदा मुख्यमंत्री पलानीस्वामी गलत रास्ते से पैदा हो गए हैं.
इस बयान को लेकर काफी हो-हल्ला मचा था. साक्ष्यों के आधार पर आयोग ने कहा है कि राजा का बयान ना सिर्फ अपमानजनक है बल्कि एक मां की मातृत्व को भी यह नीचा दिखाता है जो कि मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट के खिलाफ है. इसके बाद आयोग ने ए राजा से जवाब तलब किया था.