तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में DMK को प्रचंड जीत मिली है. डीएमके ने अकेले दम बहुमत के लिए जरूरी 118 सीट के जादुई आंकड़े को पार कर लिया है. डीएमके ने 234 में से 132 सीटों पर जीत हासिल किया है. डीएमके की गठबंधन सहयोगी कांग्रेस को 18 सीटों पर जीत मिली है.
डीएमके के गठबंधन सहयोगी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) ने भी दो-दो सीटें जीतीं. विदुथलई चिरुथैगल काच्चि ने चार सीटों पर विजयश्री हासिल किया है. AIADMK 66 और उसकी सहयोगी बीजेपी को चार सीटों पर जीत मिली है.
AIADMK के शीर्ष नेता के पलानीस्वामी सलेम जिले की इडापड्डी विधानसभा सीट से चुनाव जीत गए हैं. उपमुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने भी DMK के टी तमिलसेल्वम को हरा दिया है. विपक्ष के नेता और DMK प्रमुख एम के स्टालिन कोलाथुर सीट से चुनाव जीत गए हैं. एमके स्टालिन के बेटे और पार्टी की युवा इकाई के सचिव उदयनिधि स्टालिन ने चेपक-ट्रिपलिकेन सीट पर 69,355 वोटों के अंतर से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी पीएमके केए वीए कस्साली को हरा दिया है.
फिल्म अभिनेत्री ख़ुशबू अपना पहला चुनाव हार गई हैं. उन्हें DMK उम्मीदवार डॉ. एजहीलान ने हराया. ख़ुशबू ने हार के बाद ट्वीट किया कि सफलता की शुरुआत असफलता से होती है. मैं लोगों के जनादेश को स्वीकार करती हूं.
कोयंबटूर दक्षिण सीट से मक्कल नीधि मय्यम (एमएनएम) के प्रमुख कमल हासन, बीजेपी उम्मीदवार वनाथी श्रीनिवासन से चुनाव हार गए हैं. AIADMK से निष्कासित और अम्मा मक्कल मुन्नेत्र कषगम के प्रमुख टीटीवी दिनाकरण कोविलपट्टी सीट से चुनाव हार गए हैं. डी जयकुमार, एमसी सम्पत और आरएस राजेश को भी चुनाव में अपने प्रतिद्वंदी उम्मीदवारों से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है.
2016 के नतीजे
234 सीटों वाली तमिलनाडु विधानसभा के लिए 2016 में हुए चुनाव में जयललिता की अगुवाई में एआईएडीएमके ने 136 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि करुणानिधि की अगुवाई वाली डीएमके के खाते में 98 सीटें आई थीं. जयललिता लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज हुई थीं. हालांकि, 5 दिसंबर 2016 को जयललिता का निधन हो गया था. बाद में ओ पन्नीरसेल्वम मुख्यमंत्री बने लेकिन वो ज्यादा दिनों तक सीएम नहीं रहे. उनके बाद ई. पलानीसामी सीएम बने और पन्नीरसेल्वम डिप्टी सीएम बनाए गए.