तेलंगाना विधानसभा चुनाव 2023 का रिजल्ट आ गया है. राज्य में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. पार्टी ने 119 सीटों में से 64 सीटें अपने नाम की है और सरकार बनाने के लिए 60 के जादुई आंकड़े को पार कर गई है. राज्य में के. चंद्रशेखर राव की पार्टी भारत राष्ट्र समिति को 39 सीटें मिली हैं और इस बार राव का सरकार बनाने का हैट्रिक का सपना टूट गया है. भाजपा को इस बार थोड़ा फायदा मिलता दिख रहा है और पार्टी ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की है. जबकि AIMIM को 7 और CPI को 1 सीट से संतोष करना पड़ा है.
तेलंगाना चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार केवीआर कामरा रेड्डी ने बीआरएस पार्टी के सीएम उम्मीदवार केसीआर और कांग्रेस के सीएम उम्मीदवार रेवंत रेड्डी को हरा दिया है. निवर्तमान विधानसभा में बीआरएस के 101 सदस्य हैं, एआईएमआईएम के 7, कांग्रेस के 5, बीजेपी के 3. ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक के पास एक विधायक है. एक स्वतंत्र है जबकि एक पद रिक्त है.
इस दक्षिणी राज्य में सरकार बनाने के लिए साधारण बहुमत का आंकड़ा 60 सीटें है. चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) 2014 से सत्ता में है, जब तेलंगाना को राज्य का दर्जा दिया गया था और उसने 2018 का चुनाव भी जीता था और उसे हैट्रिक की उम्मीद थी. कांग्रेस ने लगभग एक दशक पुरानी सत्ताधारी पार्टी को सत्ता से हटाने के उद्देश्य से एक उत्साही चुनाव अभियान चलाया और उसमें कामयाब भी हुई.
इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल में भी यह सामने आया था कि तेलंगाना (Telanagana Vidhan Sabha Chunav Result) में सत्ता विरोधी लहर है और एग्जिट पोल सच साबित हुआ है.
चार राज्यों के विधानसभा चुनाव नतीजों का LIVE अपडेट यहां देखें
राजस्थान विधानसभा चुनाव परिणाम का LIVE अपडेट यहां देखें
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव का LIVE रिजल्ट यहां देखें
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के LIVE अपडेट्स यहां देखें
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, तेलंगाना की जनता ने फैसला लिया है और हमें इसका सम्मान करना चाहिए. पिछले 10 साल में केसीआर के नेतृत्व में तेलंगाना में विकास हुआ है लेकिन हम जनता के फैसले का सम्मान करते हैं.
विधानसभा चुनाव में जीत के बाद PM मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत माता की आवाज तेलंगाना तक पहुंचनी चाहिए.
केटीआर ने कहा कि हमें उम्मीद के मुताबिक नतीजे नहीं मिले. मैं लोगों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं. लोगों ने हमें जो जिम्मेदारी दी है, हम उसे पूरा करेंगे.
सभी कांग्रेस विधायक हैदराबाद के बाहरी इलाके में एक होटल में पहुंचे. सभी विधायक आज रात यहीं रुकेंगे. होटल के बाहर भारी पुलिस बल तैनात.
के.चंद्रशेखर राव का इस्तीफा तेलंगाना के राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया है और उनसे सरकार के गठन तक पद पर बने रहने का अनुरोध किया है.
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी की हार के बाद राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन को अपना इस्तीफा भेज दिया.
तेलंगाना में कांग्रेस का शपथ ग्रहण समारोह 4 या 9 दिसंबर को हो सकता है. तेलंगाना पुलिस ने रविवार को कहा कि उसे राज्य कांग्रेस प्रमुख ए रेवंत रेड्डी ने चार या नौ दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह के लिए सुरक्षा व्यवस्था करने के लिए कहा है.
वोटिंग के दौरान राज्य कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात करना डीजीपी को भारी पड़ गया है. चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अंजनी कुमार को सस्पेंड कर दिया है.
टीपीसीसी प्रमुख रेवंत रेड्डी ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और एआईसीसी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को धन्यवाद देते हुए रविवार को कहा कि राज्य में सरकार बनाने के बाद तेलंगाना के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करना पार्टी की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की जीत तेलंगाना के शहीदों को समर्पित है.
बीजेपी उम्मीदवार केवीआर कामरा रेड्डी ने बीआरएस पार्टी के सीएम उम्मीदवार केसीआर और कांग्रेस के सीएम उम्मीदवार रेवंत रेड्डी को हराया.
जेपी नड्डा ने कहा, हम तेलंगाना में जनादेश को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं. भाजपा ने राज्य में अपनी स्थिति काफी मजबूत कर ली है. उन लोगों के प्रति मेरा आभार जिन्होंने इन चुनावों में हमारे दृष्टिकोण पर विश्वास दिखाया. मैं तेलंगाना में भाजपा के कार्यकर्ताओं को उनके निरंतर प्रयासों और परिश्रम के लिए धन्यवाद देता हूं. पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा तेलंगाना और यहां के लोगों की बेहतरी के लिए और भी अधिक मजबूती से काम करेगी.
BRS की कविता कल्वाकुंतला ने X पर लिखा, जय केसीआर. जय बीआरएस. प्रिय बीआरएस परिवार, आपकी पूरी मेहनत के लिए धन्यवाद. आपके द्वारा लड़ी गई लड़ाई के लिए सभी सोशल मीडिया योद्धाओं को विशेष धन्यवाद. हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि सत्ता के साथ या सत्ता के बिना हम तेलंगाना के लोगों के सेवक हैं. आइए हम सब उत्साहपूर्वक अपनी मातृभूमि के लिए काम करें. कोरुतला के लोगों को विशेष धन्यवाद. सभी विजयी विधायकों और कांग्रेस पार्टी को बधाई. भगवान तेलंगाना को आशीर्वाद दें.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, मैं तेलंगाना के लोगों को हमें मिले जनादेश के लिए धन्यवाद देता हूं. मैं उन सभी को भी धन्यवाद देता हूं जिन्होंने छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में हमें वोट दिया. इन तीन राज्यों में हमारा प्रदर्शन निस्संदेह निराशाजनक रहा है, लेकिन दृढ़ संकल्प के साथ, हम इन तीन राज्यों में खुद को पुनर्निर्माण और पुनर्जीवित करने के अपने मजबूत संकल्प पर काम करेंगे. कांग्रेस पार्टी ने इन चारों राज्यों में जोरदार चुनाव प्रचार किया. मैं हमारे लाखों कार्यकर्ताओं के प्रयासों को स्वीकार करता हूं और उनकी सराहना करता हूं. हम अस्थायी असफलताओं से उबरेंगे और INDIA गठबंधन के साथ आगामी लोकसभा चुनावों के लिए खुद को पूरी तरह से तैयार करेंगे.
बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष और सीएम केसीआर के बेटे केटी रामा राव ने हार स्वीकार करते हुए एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, 'बीआरएस को राज्य की सत्ता में लगातार दो कार्यकाल देने के लिए तेलंगाना के लोगों का आभारी हूं. आज के नतीजे से दुखी नहीं हूं, लेकिन निराश जरूर हूं क्योंकि यह हमारे लिए उम्मीद के मुताबिक नहीं था. लेकिन हम इसे एक सीख के रूप में लेंगे और वापसी करेंगे. जनादेश जीतने पर कांग्रेस पार्टी को बधाई, शुभकामनाए.'
कांग्रेस तेलंगाना में बड़ी जीत का जश्न मना रही है, पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख रेवंत रेड्डी ने हैदराबाद में रोड शो किया. रेवंत रेड्डी सीएम पद की दौड़ में सबसे आगे हैं. कांग्रेस नेता ने पहले राज्य के डीजीपी अंजनी कुमार से मुलाकात की और बाद में हैदराबाद में एक रोड शो किया.
कांग्रेस ने रविवार को तेलंगाना चुनाव जीता लेकिन तीन अन्य राज्यों- छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में हार गई. इस संबंध में तेलंगाना कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी ने कहा, 'मैं समझ नहीं पा रही हूं. यह हमारे लिए झटका है. किसी को इसकी (तीन राज्यों में हार) जिम्मेदारी लेनी होगी. हमें आत्ममंथन करना होगा.'
गजवेल से मौजूदा सीएम और बीआरएस उम्मीदवार के.चंद्रशेखर राव सातवें दौर की गिनती के बाद बीजेपी के एटाला राजेंदर से 9766 वोटों के अंतर से आगे चल रहे हैं, उन्हें अब तक कुल 31,631 वोट मिले हैं; वह अपनी दूसरी सीट कामारेड्डी में कांग्रेस के रेवंत रेड्डी से पीछे चल रहे हैं.
हैदराबाद में पार्टी कार्यालय पहुंचते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज्य पार्टी अध्यक्ष रेवंत रेड्डी के पक्ष में 'सीएम-सीएम' के नारे लगाए. राज्य की कुल 119 सीटों में से कांग्रेस 63 सीटों पर आगे चल रही है, सत्तारूढ़ बीआरएस 41 सीटों पर आगे चल रही है. भाजपा 7 सीटों पर आगे है.
भारत राष्ट्र समिति के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव पर कटाक्ष करते हुए, तेलंगाना कांग्रेस ने एक्स पर एक पोस्ट किया है. इसमें लिखा गया है, 'क्या आपका लक्ष्य कार के टायर थे?' दरअसल, मतगणना से एक दिन पहले केटीआर ने बंदूक के साथ निशाना साधते हुए अपनी एक तस्वीर पोस्ट की थी और कैप्शन में लिखा था, 'हैट ट्रिक लोडिंग 3.0, जश्न मनाने के लिए तैयार हो जाओ दोस्तों.' जीत के बाद कांग्रेस ने उनकी इसी पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी है.
तेलंगाना के डीजीपी अंजनी कुमार और अन्य पुलिस अधिकारी हैदराबाद में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी के आवास पर पहुंचे. पार्टी राज्य की कुल 119 सीटों में से कांग्रेस 67 सीटों पर आगे चल रही है, सत्तारूढ़ बीआरएस 38 सीटों पर आगे चल रही है. भाजपा 10 सीटों पर लीड कर रही है.
कांग्रेस ने खम्मम जिले की असवराओपेट सीट पर पहली बार जीत हासिल की है. तीसरे दौर की गिनती के बाद कामारेड्डी में कांग्रेस उम्मीदवार और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी 2,585 वोटों से आगे चल रहे हैं. उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी मुख्यमंत्री केसीआर पीछे चल रहे हैं.
हैदराबाद के ताज कृष्णा में खड़ी बसों पर, तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष किरण कुमार चमाला ने कहा, 'आप सभी केसीआर की कार्यशैली को जानते हैं, विधायक तोड़ना उनका मुख्य एजेंडा है. इसलिए, हमने कुछ उपाय किए हैं, लेकिन आज परिणाम, रुझान और सब कुछ देखने के बाद ऐसी गतिविधि की आवश्यकता नहीं है. क्योंकि कम से कम हमारे पास 80 से अधिक सीटें होंगी. आज हम बहुत खुश हैं.'
तेलंगाना में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाना शुरू कर दिया है. अब तक के रुझानों में कांग्रेस ने बहुमत का आंकड़ा पार लिया है. बीआरएस 37 सीटों पर सिमट गई है, जबकि कांग्रेस 70 सीटों पर आगे चल रही है. राज्य में भाजपा के लिए भी अच्छे संकेत सामने आ रहे हैं. भगवा पार्टी 8 सीटों पर आगे है. बीजेपी पिछली बार सिर्फ 1 सीट जीत सकी थी.
तेलंगाना में कांग्रेस की बढ़त पर रेणुका चौधरी ने कहा, 'मैं एक साल से अधिक समय से कह रही थी, क्योंकि हमने जनता की नब्ज को पहचानी थी. हम समझ गए थे कि बड़ा बदलाव आने वाला है और वही हो रहा है...जीत हमारी होगी, मुझे पूरा विश्वास है. लोग बीआरएस से थक चुके थे. बीजेपी और बीआरएस एक हैं- ये बात सभी समझ गए. वे एआईएमआईएम की खतरनाक भूमिका को भी समझते हैं. मुझे लगता है कि इस खेल में सबसे बड़ा नुकसान AIMIM, औवेसी को हुआ है. राष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने जो गलत कदम उठाया उसके पीछे का सच लोगों को समझ में आ गया. यह दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि मैंने हमेशा उन्हें एक बुद्धिमान व्यक्ति माना है...जब कांग्रेस एकजुट होकर चुनाव लड़ती है, तो देश की कोई भी ताकत हमारे खिलाफ खड़ी नहीं हो सकती.'
के चन्द्रशेखर राव के नेतृत्व वाली भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) 2014 से सत्ता में है, जब तेलंगाना को आंध्र प्रदेश से अगल राज्य का दर्जा दिया गया था और उसने 2018 का चुनाव भी जीता था. केसीआर इस बार हैट-ट्रिक की उम्मीद कर रहे थे. कांग्रेस ने लगभग एक दशक पुरानी सत्ताधारी पार्टी को सत्ता से हटाने के उद्देश्य से एक उत्साही चुनाव अभियान चलाया था, जबकि भाजपा ने भी सत्तारूढ़ सरकार के खिलाफ बिना किसी रोक-टोक के हमला किया था.
कांग्रेस समर्थकों ने हैदराबाद में राज्य पार्टी प्रमुख रेवंत रेड्डी के आवास के बाहर पटाखे फोड़े. नवीनतम रुझानों के अनुसार, राज्य में कांग्रेस 64 सीटों, बीआरएस 41 सीटों और भाजपा 7 सीटों पर आगे चल रही है.
बीजेपी सांसद के. लक्ष्मण ने कहा, 'तेलंगाना में लोग बदलाव चाह रहे थे. बीआरएस द्वारा भ्रष्टाचार, वंशवाद की राजनीति और तुष्टिकरण की राजनीति तीन मुख्य मुद्दे थे जिन्होंने लोगों को प्रभावित किया... शुरुआती गिनती में कांग्रेस कई जगहों पर आगे चल रही है. लेकिन मेरा मानना है कि बीजेपी अहम भूमिका निभाएगी.'
खम्मम विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार तुम्मला नागेश्वर राव बीआरएस के मंत्री पुव्वाद्स अजय कुमार से 605 वोटों से आगे चल रहे हैं. शुरुआती रुझानों में कई मंत्री पीछे चल रहे हैं. बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटीआर सिरसिला में आगे चल रहे हैं और एक अन्य मंत्री हरीश राव सिद्दीपेट में आगे चल रहे हैं.
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस ने अपने विधायक पद के उम्मीदवारों के लिए हैदराबाद में ताज कृष्णा होटल के बाहर बसों को अस्थायी रूप से स्टैंडबाय पर रखा है. कांग्रेस ने यहां कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और राज्य के 11 मंत्रियों को अपने विधायकों को एकजुट रखने का जिम्मा सौंपा है. तेलंगाना के शुरुआती रुझान में कांग्रेस ने बीआरएस पर बड़ी बढ़त बना ली है.
तेलंगाना में पोस्टल बैलेट के बाद अब ईवीएम खुल चुके हैं. ईवीएम के वोटों की गिनती में भी कांग्रेस ने बीआरएस पर अपनी बढ़त बरकरार रखी है. तेलंगाना की 119 सीटों में से 103 के रुझान सामने आए हैं, जिनमें कांग्रेस पार्टी 61, बीआरएस 34 और भाजपा 6 सीटों पर आगे चल रही है.
तेलंगाना के शुरुआती रुझान में कांग्रेस पार्टी ने भारत राष्ट्र समिति पर बड़ी बढ़त बना ली है. अब तक जिन 84 सीटों के रुझान सामने आए हैं, उनमें कांग्रेस 52, बीआरएस 26 और भाजपा 5 सीटों पर आगे चल रही है.
पोस्टल बैलेट की गिनती में बीआरएस 9, कांग्रेस 17 और भाजपा 2 सीटों पर आगे चल रही है. तेलंगाना में 119 सीटों में से अब तक 29 सीटों के रुझान सामने आए हैं.
तेलंगाना में फिलहाल पोस्टल-बैलेट के वोटों की गिनती चल रही है. कांग्रेस और बीआरएस के बीच कड़ी टक्कर है. फिलहाल 119 सीटों में से 19 के रुझान सामने आए हैं, जिनमें 7 पर बीआरएस और 10 पर कांग्रेस और 2 सीटों पर भाजपा आगे चल रही है.
तेलंगाना के शुरुआती रुझानों में कांग्रेस और बीआरएस के बीच तगड़ी फाइट दिख रही है. भाजपा का अभी खाता नहीं खुला है. तमाम एजेंसियों ने अपने-अपने एग्जिट पोल तेलंगाना में कांग्रेस को बीआरएस पर बढ़त दिखाई थी.
वोटों की गिनती जारी होने के बीच कांग्रेस के तेलंगाना प्रभारी माणिकराव ठाकरे का कहना है, '...हमें राज्य में 70 से ज्यादा सीटें मिलेंगी. एग्जिट पोल भी यही दिखा रहे हैं.' तेलंगाना में विधानसभा की 119 सीटों के लिए 30 नवंबर को मतदान हुआ था और वोटों की गिनती आज हो रही है. के. चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली बीआरएस को लगातार तीसरी बार सत्ता में आने का विश्वास है. केटी रामा राव ने 70 से अधिक सीटें जीतने का दावा किया है.
तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना शुरू हो गई है. कुछ देर में शुरुआती रुझान आने लगेंगे. एग्जिट पोल के नतीजों के मुताबिक राज्य में कांटे की टक्कर की संभावना है. यहां मुख्य लड़ाई बीआरएस, कांग्रेस और भाजपा के बीच है. के. चंद्रशेखर राव को जीत की हैट ट्रिक लगाने की उम्मीद है, वहीं कांग्रेस राज्य की सत्ता में वापसी की बाट जोह रही है. भाजपा भी राज्य में अपना जनाधार बढ़ाने और एक बड़ा पॉलिटिकल प्लेयर बनने की ओर देख रही है.
भारत राष्ट्र समिति त्रिशंकु जनादेश की स्थिति में असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम और अन्य के समर्थन से गठबंधन सरकार बनाने पर भी विचार कर सकती है. साल 2018 के तेलंगाना विधानसभा चुनाव में बीआरएस को 88 सीटें, कांग्रेस को 19, एआईएमआईएम को 7, टीडीपी को 2 और बीजेपी को 1 सीट मिली थी.
तेलंगाना के लिए जारी लगभग सभी एग्जिट पोल कांग्रेस की जीत की ओर इशारा कर रहे हैं. पार्टी नेता सातवें आसमान पर हैं और तेलंगाना कांग्रेस प्रमुख ए रेवंत रेड्डी ने 80 से अधिक विधानसभा क्षेत्रों में जीत का दावा किया है. दूसरी ओर, बीआरएस अपने दम पर बहुमत हासिल करने को लेकर आशावादी है और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव ने 70 सीटें आराम से हासिल करने की बात कही है.
तेलंगाना की जनता विधानसभा चुनाव के नतीजे का बेसब्री से इंतजार कर रही है, जो कुछ देर में शुरू होने वाली है. शाम तक यह स्पष्ट हो जाएगा कि क्या के. चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली बीआरएस तीसरी बार सत्ता में लौटेगी, और दक्षिण में जीत की हैट-ट्रिक लगाने वाली पहली पार्टी बनेगी या कांग्रेस शानदार वापसी करेगी. दोपहर तक रुझान साफ होने की उम्मीद है.
कई एग्जिट पोल में तेलंगाना विधानसभा चुनाव में कांटे की टक्कर की भविष्यवाणी की गई है. कई सीटों पर जीत और हार का अंतर बहुत कम रहने का अनुमान है. बीआरएस, कांग्रेस और बीजेपी ने वोटों की गिनती पर करीब से नजर रखने का फैसला किया है. चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों ने अपने विधानसभा क्षेत्रों में मतगणना एजेंटों के साथ बैठक कर उन्हें मतगणना प्रक्रिया के दौरान सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं.
हैदराबाद में मौजूद डीके शिवकुमार ने कहा कि हमारे कुछ उम्मीदवारों ने हमें सूचित किया है कि बीआरएस के लोगों ने उनसे संपर्क किया है. हमने अपने सभी उम्मीदवारों के लिए विस्तृत व्यवस्था की है. हमारे विधायक सुरक्षित हैं और हम देखेंगे कि वे सुरक्षित रहें. एक भी विधायक या प्रत्याशी नहीं टूटेगा.
डाक मतपत्रों से शुरू होकर तेलंगाना की 119 सीटों के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह 8 बजे गिनती शुरू होगी. चुनाव अधिकारियों ने कहा कि मतगणना केंद्रों पर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है और केवल वैध पास रखने वाले लोगों को ही मतगणना केंद्रों में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी.
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस ने डीके शिवकुमार समेत कर्नाटक के 11 मंत्रियों को हैदराबाद भेजा है. इनको पार्टी उम्मीदवारों को एकजुट रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. कांग्रेस अपने प्रत्येक विधायक उम्मीदवार के साथ एक कार्यकर्ता लगाने की योजना बना रही है. मतगणना शुरू होने के साथ ही सभी कांग्रेस प्रत्याशियों के साथ एक-एक कार्यकर्ता की तैनाती संभव है.
BRS ने सभी 119 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि कांग्रेस ने एक सीट अपने सहयोगी सीपीआई को दी है. चुनाव से पहले हुए समझौते के तहत भाजपा और जनसेना ने क्रमश: 111 और 8 सीटों पर चुनाव लड़ा. वहीं, असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम ने शहर के 9 क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतारे हैं.
तेलंगाना के चुनावी मैदान में 2,290 कैंडिडेट हैं, जिनमें बीआरएस सुप्रीमो चंद्रशेखर राव, उनके बेटे मंत्री केटी रामा राव, टीपीसीसी अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी और भाजपा के लोकसभा सदस्य बंदी संजय कुमार, डी अरविंद और सोयम बापू राव शामिल हैं.
मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव दो क्षेत्रों-गजवेल और कामारेड्डी से चुनाव लड़ रहे हैं. बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामा राव ने X पर पोस्ट कर कहा था कि लंबे समय के बाद शांतिपूर्ण नींद आई. एग्जिट पोल में बढ़ोतरी हो सकती है. सटीक सर्वेक्षण हमें अच्छी ख़बर देंगे. दरअसल, एग्जिट पोल में कांग्रेस को बढ़त मिलती नजर आ रही है. जबकि राज्य में सत्ता विरोधी लहर भी देखने को मिली है.