उत्तर प्रदेश-मिशन 2022 के लिए कांग्रेस ने पूरी तरह से कमर कस लिया है. कांग्रेस, यूपी चुनाव के लिए 38 सदस्यीय चुनाव समिति के ऐलान के बाद अब गांव में अपना सियासी आधार बढ़ाने के लिए जन संवाद शुरू कर रही हैं. आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता सूबे के 30 हजार गांव और वार्डों में 75 घंटे का प्रवास कर लोगों के साथ संवाद स्थापित करेंगे.
कांग्रेस आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर उत्तर प्रदेश में 'जय भारत महासंपर्क अभियान' 19 अगस्त से शुरू करने जा रही है. कांग्रेस के छोटे-बड़े तमाम नेता प्रदेश कें गांव 75 घंटे प्रवास करेंगे. इसके जरिए पार्टी ने तीन दिन में 90 लाख लोगों से सीधे संपर्क करने का लक्ष्य रखा है. कांग्रेस नेता और कांग्रेस गांव में प्रवास करने के दौरान आजादी के आंदोलन में पार्टी के योगदान और देश के लिए किए जाने वाले कार्यों को लोगों को बताएंगे.
'जयभारत महासंपर्क अभियान'
'जयभारत महासंपर्क अभियान' के दौरान प्रवास पर गए नेता और कार्यकर्ता गांवों में विभिन्न तरह के कार्यक्रमों को आयोजित करेंगे. मसलन कि हर नेता और कार्यकर्ता को गांवों में श्रमदान करना होगा. इसके अलावा स्वतंत्रता सेनानियों, उनके परिजनों और वरिष्ठ नागरिकों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया जाएगा. साथ ही साथ इस महासम्पर्क के दौरान मेरा देश- मेरा गांव कार्यक्रम के जरिये ग्रामीण जीवन की समस्याओं, खेती-बाड़ी, मंहगाई, छुट्टा पशुओं की समस्या, बेरोजगारी आदि मसलों संवाद होगा.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि पिछले दिनों हमने भाजपा के जंगलराज, किसान विरोधी नीतियों, बढ़ती महंगाई, महिला सुरक्षा के सवाल पर हर विधानसभा में भाजपा गद्दी छोड़ो मार्च किया. इस नकारा और निकम्मी सरकार से हम प्रदेश की जनता को आज़ाद करके ही दम लेंगे. ऐसे में आजादी की 75वीं वर्षगांठ कांग्रेस पार्टी बड़े धूमधाम से मनाएगी और स्वतन्त्रता आंदोलन में कांग्रेस का इतिहास बलिदानों और त्याग का रहा है. प्रियंका गांधी के निर्देश पर इस उपलक्ष्य में हमारी पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता 75 घंटे गांव में प्रवास करेंगे.
सद्भावना दिवस
कांग्रेस नेता यूपी में गांव प्रवास के दौरान ही पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती भी पड़ रही हैं. ऐसे में इस बार कांग्रेस 20 अगस्त राजीव गांधी की जयंती गांव में सद्भावना दिवस के रूप में मनाएगी. इसके लिए बकायदा गांव भी चिंहित किए हैं, जहां पार्टी के वरिष्ठ नेता भी शामिल होंगे और राजीव गांधी के द्वारा देश के लिए किए योगदान का जिक्र करेंगे. साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा संविधान की शपथ चिन्हित गांवों में दोहराएं.
माना जा रहा है कि यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिहाज से कांग्रेस अपनी सक्रियता बनाना चाहती है. ऐसे में आजादी के 75वीं वर्षगांठ पर गांव में प्रवास का प्रोग्राम बनाकर कांग्रेस राष्ट्रवाद के मुद्दे को धार देकर बीजेपी को काउंटर करेगी. इतना ही नहीं कांग्रेस की रणनीति है कि बीजेपी को यूपी में उसी के ग्राउंड पर घेरा जाए और उसके लिए कांग्रेस नेताओं के आजादी में दिए गए योगदान को जनता के बीच ले जाने का है.
प्रियंका गांधी के लिए 2022 का यूपी चुनाव काफी चुनौती पूर्ण
कांग्रेस यूपी में साढ़े तीन दशक से सत्ता का वनवास झेल रही है. ऐसे में कांग्रेस का संगठन और जनाधार पूरी तरह से खिसक गया है. पार्टी के तमाम नेता साथ छोड़कर चले गए हैं. ऐसे में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के लिए 2022 का यूपी चुनाव काफी चुनौती पूर्ण है. सपा और बसपा जैसे विपक्षी दल साफ तौर पर कांग्रेस से गठबंधन करने से मना कर चुके हैं. ऐसे में कांग्रेस अब यूपी में अपनी सियासी आधार मजबूत करने में जुट गई है ताकि सूबे के दूसरे दलों को अपनी ताकत का एहसास करा सके.