उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले मायावती और उनकी पार्टी बसपा को बड़ा झटका लगा है. बसपा नेता रामअचल राजभर और लालजी वर्मा सोमवार को अखिलेश यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस में नजर आए. इस मौके पर रामअचल राजभर ने कहा, 25 साल से बसपा से जुड़ा रहा, इस साल जून में मुझे मायावती ने पार्टी से हटा दिया. बताया जा रहा है कि 7 नवंबर को अंबेडकरनगर में होने वाली रैली में दोनों नेता सपा में शामिल होंगे.
राजभर ने कहा कि बीजेपी से दलित और पिछड़ों का शोषण किया, सपा ही आज बीजेपी को चुनौती दे सकती है. उन्होंने कहा कि 7 नवंबर को अंबेडकरनगर में बड़ी सत्ता परिवर्तन रैली होगी. इस रैली के लिए निमंत्रण देने आए हैं. इस मौके पर भाजपा से प्रेमवत पाठक, प्रवीण पाठक, लोजपा की विनीता सरोज, राजकुमार निषाद, हसराज कोल समेत अन्य नेताओं ने सपा की सदस्यता ली.
'बसपा के इन नेताओं ने गरीबों की लड़ाई लड़ी'
सपा यादव अखिलेश यादव ने कहा, बसपा के ये नेता लगातार गरीबों की लड़ाई लड़ते रहे, इनका समर्थन अब हमें मिला है. 7 नवंबर को पार्टी में शामिल होंगे. अखिलेश यादव ने भाजपा पर भी निशाना साधा. अखिलेश ने कहा कि देश में महंगाई और बेरोजगारी बढ़ गई है. भाजपा ने अपना घोषणा पत्र के वादे भी पूरे नहीं किए. धान की कीमत नहीं मिली. बारिश की फसल बर्बाद हो गई. भाजपा ने किसानों की कोई मदद नहीं की.
अखिलेश यादव ने कहा, किसान की आय दोगुना दूर, बाकी चीजों के दाम बढ़ा दिए गए. महंगाई बढ़ गई है. गरीब परेशान है. जरूरी सामानों के दाम बढ़ा दिए गए है.