उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को मद्देनजर कांग्रेस ने अपनी कमर कस ली है. पार्टी ने अपने बूथ लेवल मैनेजमेंट को मजबूत करने के लिए विजय निर्माण सेना तैयार करने का ऐलान किया है. इस सेना में 2 लाख कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग दी जाएगी. ये सेना भाजपा की गलत नीतियों को जनता के सामने रखेगी.
कांग्रेस पार्टी ने न्याय पंचायत अध्यक्ष और ग्राम सभा अध्यक्ष समेत तकरीबन दो लाख कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग देने के लिए स्पेशल ट्रेनिंग टास्क फोर्स का गठन किया है. यह टास्क फोर्स अब तक करीब 20000 लोगों को ट्रेनिंग दे चुका है.
तीन कार्यशालाओं का हो रहा आयोजन
कांग्रेस की विजय निर्माण सेना का गठन किया जा चुका है. तीन चरणों में इन कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग दी जा रही है. पहले चरण में कांग्रेस की विचारधारा के बारे में जानकारी दी जा रही है. दूसरे में 'भाजपा और संघ का सच' बताया जा रहा है. वहीं, तीसरी कार्यशाला में 'किसने बिगाड़ा उत्तर प्रदेश' विषय पर जानकारी दी जा रही है. इसके अलावा कार्यकर्ताओं को सपा और बसपा शासन में हुए उत्पीड़न और भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग दी जाएगी.
ट्रेनिंग कैंप जिला मुख्यालयों पर लगाए जा रहे हैं, जिसमें जिला शहर की कमेटियों के पदाधिकारियों के साथ साथ ब्लॉक अध्यक्षों वार्ड अध्यक्षों न्याय पंचायत अध्यक्ष को प्रशिक्षित किया जा रहा है कि सरकार के खिलाफ किस तरीके से आगे बढ़ा जाए.
भाजपा की गलत नीतियों को जनता तक पहुंचाएगी सेना
पंचायत अध्यक्ष जिला और शहर कमेटियों के पदाधिकारियों, ब्लॉक अध्यक्षों समेत तकरीबन दो लाख लोगों को प्रशिक्षित किया जाना है. इस सेना का मकसद बूथ मैनेजमेंट पर फोकस, सोशल मीडिया पर कार्यकर्ताओं को एक्टिव करना है. ताकि भाजपा की गलत नीतियों को जनता तक पहुंचाने के लिए कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग दी जा रही है.
कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा रूट लेवल पर काफी जोर दे रही हैं. इसी के तहत पराक्रम महाअभियान चलाया जा रहा है. इसके दूसरे चरण में 15 से 30 सितंबर तक 100 कैंप लगाए जाएंगे. इनमें 30 हजार लोगों को ट्रेनिंग दी जानी है.