उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी आल इंडिया मजलिस-इ-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM ) भी किस्मत आजमा रही है. ओवैसी ने यूपी चुनाव के लिए 9 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है.
AIMIM की तरफ से जो पहली लिस्ट जारी की गई है उसमें डॉ महताब को लोनी (गाजियाबाद), फुरकान चौधरी को गढ़ मुक्तेश्वर(हापुड़), हाजी आरिफ को धौलोना (हापुड़), रफत खान को सिवाल खास (मेरठ), जीशान आलम को सरधाना (मेरठ), तस्लीम अहम को किठोर (मेरठ), अमजद अली को बेहट (सहारनपुर), शाहीन रजा खान को बरेली-124 (बरेली) मरगूब हसन को सहारनपुर देहात (सहारनपुर) विधानसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया है.
ओवैसी ने जो पहली लिस्ट जारी की है उसमें सिर्फ मुस्लिम प्रत्याशियों को मौका दिया गया है. जिन सीटों पर ओवैसी ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं वो सभी यूपी के मुस्लिम बहुल क्षेत्र है.
बता दें कि इससे पहले असदुद्दीन ओवैसी (asaduddin owaisi) को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) के एक सदस्य Maulana Nomani की तरफ से पत्र लिखा गया था.
खलील-उर-रहमान सज्जाद नोमानी की तरफ से असदुद्दीन ओवैसी को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि जिन सीटों पर जीत पक्की हो, बस उन सीटों पर ओवैसी को उम्मीदवार उतारने चाहिए.
पत्र में AIMPLB के सदस्य सज्जाद नोमानी ने 11 जनवरी का भी जिक्र किया है. इस दिन यूपी के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य समेत अन्य OBC नेताओं ने बीजेपी छोड़ी थी.
ओवैसी को गठबंधन के विकल्प तलाशने की सलाह दी गई थी और लिखा कि जो लोग 'निर्दयी' हैं, उनके खिलाफ वोटों का बंटवारा होने से रोकना चाहिए.
अपनी चिट्ठी में मौलाना सज्जाद नोमानी ने दावा किया था कि ओवैसी को नेता के रूप में लोग पसंद करते हैं. बता दें कि ओवैसी की AIMIM यूपी में 100 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है.
यूपी में कुल 403 सीटें हैं. यहां सात चरणों में मतदान होना है. इन चरणों के तहत 10 फरवरी, 14 फरवरी, 20 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी, 3 मार्च और 7 मार्च को मतदान होगा. नतीजे 10 मार्च को बाकी राज्य (पंजाब, मणिपुर, उत्तराखंड और गोवा) के साथ आएंगे.
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