उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मोर्य के मथुरा को लेकर दिए बयान को लेकर बवाल मच गया है. बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत तमाम विपक्षी नेता इसे लेकर भाजपा पर सवाल उठा रहे हैं. इसी बीच अब अखिल भारत हिंदू महासभा ने केशव प्रसाद के बयान पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि भाजपा को सिर्फ आने वाले चुनाव में वोटों की चिंता है.
दरअसल, केशव प्रसाद मोर्य ने हाल ही में ट्वीट किया था, 'अयोध्या और काशी में भव्य मंदिर निर्माण का काम जारी है. मथुरा की तैयारी है.' मथुरा को भगवान कृष्ण का जन्मस्थान माना जाता है. दावा किया जाता रहा है कि मथुरा की शाही ईदगाह मस्जिद जिस जमीन के ऊपर बनाई गई है, उसके नीचे ही कृष्ण जन्मभूमि है. मुगल शासक औरंगजेब ने मंदिर तोड़कर यहां मस्जिद का निर्माण कराया था. इसे लेकर कई केस कोर्ट में चल रहे हैं.
अखिल भारत हिंदू महासभा ने मथुरा में मस्जिद के अंदर जन्मस्थान पर श्रीकृष्ण की मूर्ति स्थापित करने और जलाभिषेक करने का कार्यक्रम रखा था. लेकिन मथुरा जिला प्रशासन के इनकार के बाद इसे रद्द कर दिया गया. मथुरा प्रशासन ने इस कार्यक्रम को देखते हुए 28 नवंबर को धारा-144 लागू कर दी थी.
वहीं, केशव प्रसाद मौर्य के बयान पर अखिल भारत हिंदू महासभा ने कहा, अयोध्या, काशी और मथुरा...ये कभी भाजपा के मुद्दे नहीं रहे. लेकिन अयोध्या केस जीतने के बाद भाजपा ने मथुरा में मस्जिद हटाने के हमारे अभियान में दिलचस्पी दिखाना शुरू कर दिया है.
यह चुनावी मुद्दा नहीं- केशव मौर्य
वहीं, अपने बयान को लेकर मौर्य ने कहा, राम जन्मभूमि पर एक भव्य मंदिर बन रहा है. काशी में बाबा विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है, अब यह सभी कृष्ण भक्तों की मांग है कि मथुरा में भी कृष्ण जन्मभूमि पर भव्य मंदिर बने. मैंने सिर्फ यही व्यक्त किया था.
जब केशव मौर्य से पूछा गया कि क्या यह भाजपा का चुनावी मुद्दा है? इस पर डिप्टी सीएम ने कहा, कृष्ण मंदिर चुनावी मुद्दा नहीं है, जैसे अयोध्या में राम मंदिर, वाराणसी में बाबा विश्वनाथ मंदिर चुनावी मुद्दा नहीं है.