अखिलेश यादव क्या यूपी विधानसभा चुनाव में इलेक्शन लड़ेंगे? बुधवार सुबह से चुनावी गलियारे में यह चर्चा गर्म थी, जिसपर अखिलेश यादव का भी बयान आ गया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव से इसपर सवाल किया गया था, जिसपर उन्होंने कहा कि वह आजमगढ़ की जनता से अनुमति लेकर फैसला लेंगे.
यहां आजमगढ़ की जनता से अनुमति लेना क्यों जरूरी है, इसका जवाब भी अखिलेश यादव ने दिया. वह बोले कि मैं आजमगढ़ की जनता से अनुमति लेकर ही चुनाव लडूंगा. अगर चुनाव लड़ा तो, क्योंकि वहां के लोगों ने मुझे जिताया था. बता दें कि अखिलेश यादव फिलहाल आजमगढ़ से सांसद हैं, अगर वह विधानसभा में लड़ेंगे तो उनको सदस्यता छोड़नी होगी.
अखिलेश ने यह भी कहा कि वह जहां से चुनाव लड़ेंगे वहां सीएम योगी से पहले चुनाव होगा. बता दें कि सीएम योगी गोरखपुर (शहर) से चुनाव लड़ रहे हैं, वहां 3 मार्च को वोटिंग होगी. इससे पहले के चरणों में जिन सीटों पर चुनाव होगा वहां से अखिलेश के लड़ने के चांस हैं.
बता दें कि अखिलेश यादव के विधानसभा चुनाव में लड़ने की चर्चाएं हैं. फिलहाल यह साफ नहीं है कि वह कहां से चुनावी मैदान में उतरेंगे. चर्चा है कि अखिलेश यादव इटावा, कन्नौज या फिर आजमगढ़ से विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं.
जानकारी के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ और केशव मौर्य के चुनाव में उतरने के ऐलान के बाद से ही अखिलेश यादव पर भी सीधा चुनाव में उतरने का दबाव था. आज तक से बात करते हुए पहले अखिलेश यादव ने इस बात के संकेत दिए थे कि वह विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं. यह भी कहा था कि पार्टी जहां भी कहेगी वह वहां से चुनाव लड़ेंगे.
केशव प्रसाद मौर्य ने कसा तंज
अखिलेश के चुनाव लड़ने की चर्चा पर यूपी के डिप्टी सीएम केश प्रसाद मौर्य ने तंज कसा है. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव विधानसभा चुनाव लड़ने से डर रहे हैं, सुरक्षित ठिकाना तलाशने के लिए इतना समय लगा दिया, विकास की ज़मीन पर लड़ने से डरते हैं. अखिलेश पहले बताओ 2012 से 2017 में सबसे ज़्यादा विकास कहां किया है, भाजपा के विकास का मुक़ाबला नहीं कर सकते हैं आप.'