Panchayat Aajtak Lucknow: पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले की सुरक्षा में चूक का मुद्दा जल्द ही पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में बड़ा मुद्दा बन सकता है. राजनीति गलियारों में संभावना जताई जा रही है कि कांग्रेस शासित राज्य में हुई इस चूक को यूपी चुनाव में भी जोर-शोर से उठाया जाएगा. इस पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के अधिकारियों को निलंबित करने की सलाह दे डाली.
'पंचायत आजतक' कार्यक्रम के 'समाजवादियों को मिलेगी सत्ता?' में तीखी प्रतिक्रिया देते हुए सपा मुखिया अखिलेश ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा और भी मजबूत बनानी चाहिए. पंजाब में हुई इस चूक के जिम्मेदार पीएमओ के सभी अधिकारियों को निलंबित और बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए. सपा नेता ने आगे कहा कि पीएम की सुरक्षा में चूक को राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए.
'बीजेपी ने मेरी सुरक्षा हटाई'
यूपी के पूर्व सीएम ने इस मौके पर अपना दर्द बयां किया कि उन्हें भी एनएसजी सुरक्षा मिली हुई थी, लेकिन बीजेपी सरकार के आते ही एक दिन उनकी सुरक्षा हटा दी गई, लेकिन इस बात को कभी मुद्दा नहीं बनाया गया. मतलब उनकी (प्रधानमंत्री) सुरक्षा मजबूत होनी चाहिए, लेकिन विपक्षी नेताओं और आम जनता की जान का कोई महत्व नहीं है.
इस दौरान उन्होंने लखनऊ के आईटी प्रोफेशनल विवेक तिवारी और गोरखपुर में व्यापारी मनीष गुप्ता की पुलिस द्वारा हत्या किए भी जिक्र किया. इसके अलावा, यादव ने हाथरस सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले में सरकार को दोषी ठहराते हुए राज्य की बीजेपी को तानाशाह करार दिया.
कोई खतरा नहीं था
सपा नेता ने कड़े शब्दों का इस्तेमाल करते हुए आगे कहा कि राजनीति करने वाले लोगों को जान की परवाह नहीं करनी चाहिए. (उनकी) प्रधानमंत्री की जान को कोई खतरा नहीं था.
फिरोजपुर में फंसा था PM का काफिला
गौरतलब है कि पंजाब के फिरोजपुर दौरे पर पीएम मोदी की सुरक्षा में 5 जनवरी को सबसे बड़ी चूक देखने को मिली थी. कुछ प्रदर्शनकारियों ने पंजाब की सड़कों पर ऐसा बवाल काटा कि पीएम मोदी का काफिला आगे नहीं बढ़ पाया और 15-20 मिनट तक एक फ्लाईओवर पर ही फंसा रह गया. बाद में प्रधानमंत्री की रैली को ही रद्द करना पड़ गया और मोदी दिल्ली लौट आए.