उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दावा करते हुए कहा कि अगले चार से पांच महीने में उनकी सरकार बनने जा रही है. इतना ही नहीं उन्होंने चुनावी वादा करते हुए कहा कि एक समय था जब गाजीपुर या बलिया से लखनऊ पहुंचने में आठ घंटे से ज्यादा का समय लग जाता था. लेकिन पांच महीने बाद जैसे रही उनकी सरकार बनेगी वो सबसे पहले इसी सड़क के लिए नारियल तोड़ेंगे, जिससे कि यहां के लोग चार घंटे में लखनऊ पहुंच जाएं.
इसके अलावा अगर विकास के लिए हमें एंबुलेंस बढ़ानी पड़ी तो वो भी बढ़ाएंगे और अगर पुलिस के लिए भी गाड़ी बढ़ाएंगे. इतना ही नहीं किसानों को तकलीफ ना हो इसके लिए अलग से एक फंड बनाया जाएगा. हमारी पिछली सरकार में भी किसानों के लिए बजट से 2000 करोड़ रुपये निकालकर उनका भुगतान किया गया था. इस बार भी ऐसा ही किया जाएगा. उन्हें सुनियोजित फंड से पैसे निकालकर बकाये राशि का भुगतान किया जाएगा. जिससे कि उन्हें तकलीफ ना हो. क्योंकि इसी राशि से उनका जीवन यापन चलता है.
उन्होंने आगे कहा कि हमारे कार्यकाल में सहारनपुर में एक अस्पताल निर्माण का कार्य शुरू किया गया था, वो आज भी आधा अधूरा है. इसलिए हमलोगों को अगर ज्यादा बजट भी देना पड़े तो हमलोग इसका निर्माण सुनिश्चित करेंगे. जिससे कि गरीब लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके. यह चुनाव देश और आपके भविष्य का चुनाव है. अगर इनकी सरकार दोबारा बनी तो यह कुचलने का काम करते रहेंगे. अगर 2019 में इनको फिर से मौका नहीं दिया जाता तो आज लखीमपुर खीरी की घटना नहीं घटती. ये लोग अब संविधान कुचलने की तैयारी में है. भारतीय जनता पार्टी के लोग चुनाव जीतने के लिए कुछ भी कर सकते हैं. इसलिए आपलोग भी सावधान रहना.
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बिहार से यूपी की तरफ उल्टी कैसे बह सकती है गंगा?
अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर निशाना साधते हुए कहा कि कोरोना काल के दौरान बीजेपी सरकार ने लोगों को अपने हाल पर छोड़ दिया. लोग अस्पतालों के चक्कर काटते रहे, लेकिन उन्हें सही इंतजाम तक नहीं मिला. लोग अपने परिवारवालों को गंवाते रहे. इतना ही नहीं जब लोग कोरोना की वजह से मर रहे थे तो इनकी सरकार ने लाशों का अंतिम संस्कार तक नहीं होने दिया. बाद में लोगों की लाशें गंगा में तैरती मिली. इस पर भी इन्होंने झूठ बोला. बीजेपी सरकार ने कहा कि यह लाश पड़ोसी राज्य से बहकर आई है. मुझे समझ नहीं आता कि बिहार से यूपी की तरफ गंगा कब से बहने लगी. क्या अब गंगा भी उल्टी दिशा में बहने लगी है. गंगा को स्वच्छ करने का वादा कर ये लोग सत्ता में आए थे और इन्होंने अब गंगा को ही बर्बाद करना शुरू कर दिया है. यूपी का इतिहास रहा है कि जिन्हें ये सत्ता तक पहुंचाते हैं उन्हें बाद में ठिकाने भी लगाते हैं.
बता दें, उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में अखिलेश यादव एक कार्यक्रम में पहुंचे थे. यह कार्यक्रम प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री और सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे स्वर्गीय चौधरी यशपाल सिंह की 100 जयंती पर आयोजित किया गया था.