यूपी की सियासी जंग में गृह मंत्री अमित शाह आज प्रचार में उतर गए हैं. आज अमित शाह चर्चा में रहे कैराना के दौरे पर हैं. यहां अमित शाह 2014 में अपराधियों और गुंडों के भय से पलायन करने वाले व्यापारियों से मुलाकात कर रहे हैं.
बता दें कि 2014 में अपराधियों के भय से पलायन करने के बाद योगी सरकार में वापस लौटे साधु स्वीट के मालिक राकेश गर्ग और दूसरे चार-पांच परिवारों से अमित शाह की मुलाकात कर रहे हैं. कैराना के पलायन को बीजेपी इस चुनाव में भी मुद्दा बनाना चाह रही है.
एक दिन पहले ही CM योगी आदित्यनाथ ने कैराना के पलायन से वापस लौटे एक परिवार की एक कहानी सुनाई थी. CM योगी ने कहा था कि अब वह परिवार खुश है और कैसे सरकार ने चुन-चुन कर कैराना के अपराधियों को सजा दी है.
CM योगी ने सुनाई कैराना की कहानी
शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कैराना की एक कहानी सुनाई. उन्होंने कहा कि कैसे कैराना से पलायन कर चुका है एक परिवार वापस लौटा और जब योगी खुद उनसे मिलने गए तो परिवार खुश था. लेकिन उस परिवार की एक लड़की जो छठी कक्षा में पढ़ती थी उसने बताया की एक अपराधी अभी भी चौक चौराहों पर घूम रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब पुलिस प्रशासन से अगले दिन पूछा तो अगले ही दिन उस अपराधी ने अपना बेल कैंसिल कर लिया और जेल चला गया. सीएम ने कहा कि अब पता चला है कि उस अपराधी को आजीवन कारावास हुआ है.
डोर टू डोर कैंपेन से बीजेपी अपने कैंपेन को देगी धार
साफ है कि बीजेपी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक बार फिर कैराना के पलायन को बड़ा सियासी मुद्दा बनाने जा रही है. आज डोर टू डोर कैंपेन में अमित शाह इस अभियान को और हवा देंगे. बता दें कि बीजेपी ने यहां से पूर्व सांसद हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को टिकट दिया है. यहां से सपा ने नाहिद हसन को टिकट दिया है. कैराना में 10 फरवरी को वोटिंग है.