उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से मात्र 3 दिन पहले अपना दल (S) की चीफ अनुप्रिया पटेल ने कहा है कि उनकी पार्टी विचारधारा के तौर पर बीजेपी से अलग है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी हिन्दुत्व और इससे जुड़े मुद्दे से खुद को अलग करती है. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा है कि उनकी पार्टी के लिए मुस्लिम अछूत नहीं हैं.
उत्तर प्रदेश में पहले चरण का चुनाव 10 फरवरी को है. एजेंसी से बात करते हुए अनुप्रिया पटेल ने कहा, "हां, हम वैचारिक रूप से BJP से अलग हैं, लोग मुझसे हिंदुत्व और उन सभी मुद्दों पर सवाल पूछने की कोशिश कर रहे हैं, मैं उन सभी मुद्दों से खुद को अलग करती हूं और मेरी पार्टी धार्मिक राजनीति नहीं करती है, हम सामाजिक न्याय के लिए खड़े हैं और इसी में विश्वास करते हैं यही हमारी विचारधारा है."
हैदर अली अपना दल के मुस्लिम उम्मीदवार
बता दें कि अनुप्रिया पटेल की अगुवाई वाली अपना दल पिछले तीन चुनावों 2014, 2017 और 2019 से बीजेपी के साथ गठबंधन में हैं. अपना पटेल ने इस दफे पहली बार मुस्लिम उम्मीदवार को मैदान में उतारा है. अपना दल ने इस बार स्वार विधानसभा क्षेत्र से हैदर अली को उतारा है. हैदरी अली का मुकाबला सपा नेता आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम से है.
अपना दल की नेता ने कहा कि मुझे नहीं पता कि हर कोई इस उम्मीदवार को धर्म के नजरिए से क्यों देख रहा है. वे एक होनहार और पढ़े लिखे युवा हैं. अनुप्रिया पटेल ने कहा कि उनकी पार्टी धर्म के चश्मे से उम्मीदवारों को नहीं देखती है.
मेरी पार्टी के पहले विधायक एक मुसलमान थे
अनुप्रिया पटेल ने कहा, "जब मेरी पार्टी के संस्थापक सोनेलाल पटेल जीवित थे तो मेरी पार्टी के पहले विधायक एक मुसलमान थे जिन्होंने प्रतापगढ़ सदर सीट से जीत हासिल की और उनका नाम हाजी मुन्ना था. कई मुसलमान अपना दल के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं. इसलिए मेरी पार्टी के लिए मुसलमान हैं अछूत नहीं है और मैं उम्मीदवारों को उनके मजहब के चश्मे से नहीं देखती."
बता दें कि अपना दल ने अब तक 13 उम्मीदवारों की घोषणा की है, उम्मीद की जा रही है कि पार्टी 5 और उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर सकती है.