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UP: यूपी चुनाव में इस बार ऑनलाइन प्रचार, क्या है भाजपा-सपा-कांग्रेस और बसपा की तैयारी?

सभी 5 राज्यों में चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद से ये भी साफ कर दिया गया है कि 15 जनवरी तक पूरी तरह से वर्चूअल प्रचार होगा. उसके बाद आयोग इसकी समीक्षा करेगा. हालांकि राजनीतिक दलों ने वर्चूअल प्रचार और रैली की योजना पर पहले ही काम करना शुरू कर दिया था.

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BJP CONGRESS
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स्टोरी हाइलाइट्स
  • अभी प्लानिंग के दौर में सपा की तैयारी
  • कांग्रेस की प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं की फौज तैयार 
  • बीजेपी रेस में सबसे आगे

चुनाव आयोग ने 5 राज्यों में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. ऐसे में 15 जनवरी तक पूरी तरह से वर्चूअल प्रचार होगा. उसके बाद आयोग इसकी समीक्षा करेगा. हालांकि राजनीतिक दलों ने वर्चुअल प्रचार और रैली की योजना पर पहले ही काम करना शुरू कर दिया था.

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बीजेपी- डिजिटल रथ और वर्चुअल प्रचार के लिए पार्टी तैयार 

चुनाव में वर्चुअल माध्यम से प्रचार की घोषणा फ़िलहाल भाजपा को सबसे ज्यादा रास आ रही है. क्योंकि पिछले कुछ समय से पार्टी इसकी तैयारी कर रही है. पार्टी ने अपनी सोशल मीडिया टीम और आई टी टीम को इसके लिए मजबूत किया है. पार्टी की तीन वर्चुअल रैलियां कोविड की दूसरी लहर के दौरान ही हो चुकी हैं, जिसे जेपी नड्डा, स्मृति ईरानी और नरेंद्र सिंह तोमर ने सम्बोधित किया था. पार्टी के पास सभी 98 संगठनात्मक ज़िलों में आईटी संयोजक हैं. इस बार पार्टी ने चुनाव आयोग के निर्देश से पहले ही वर्चुअल रैली करने की योजना बना ली थी. पार्टी सूत्रों के अनुसार ऐसी 100 से ज़्यादा रैलियों की योजना बनायी गयी है. इसमें 3D स्टूडियो मैक्स का सहारा लिया जाएगा. यानी अलग- अलग जगह बैठे नेता रैली में एक ही वर्चुअल मंच कर बैठे नजर आएंगे.

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पार्टी ने सभी विधानसभा क्षेत्रों में डिजिटल रथ चलाने का फ़ैसला किया है. हर विधानसभा में छोटे रथों के जरिए डिजिटल प्रचार किया जाएगा जिसमें शीर्ष नेताओं के प्री-रिकॉर्डेड भाषणों, ऑडियो-विडियो प्रेजेटेशन के जरिए प्रचार होगा. पिछले दिनों लखनऊ में प्रवास और रात्रि बैठक के दौरान अमित शाह ने डिजिटल माध्यम से प्रचार अभियान पर मंथन किया था. वैसे देखा जाए तो डिजिटल माध्यम से प्रचार का फायदा बीजेपी पिछले तीन चार चुनाव में उठा चुकी है. टेलिफोन मैसेज,ऑडियो मैसेज पहले भी भाजपा के प्रचार नीति का हिस्सा रहे हैं. लेकिन कोविड की दूसरी लहर के दौरान आईटी टीम को मजबूत करके इसका दायरा बढ़ाया गया है. करीब 50 से जिलों में पार्टी के आई टी कक्ष हैं. जिसमें पूरा ब्योरा मौजूद है. एक क्लिक के द्वारा उस क्षेत्र के बूथ कार्यकर्ताओं तक पहुंचा जा सकता है.


समाजवादी पार्टी - अभी प्लानिंग के दौर में तैयारी, कार्यकर्ताओं की ट्रेनिंग 

समाजवादी पार्टी की अभी वर्चुअल रैलियों को लेकर कोई खास तैयारी सामने नहीं आयी है. हालाँकि पार्टी सूत्रों के अनुसार भी प्लानिंग की जा रही है.सपा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज तक को बताया कि सपा हर तरह से चुनाव लड़ने को तैयार है. चाहे वो वर्चुअल हो या कोई और माध्यम हो. साथ ही अखिलेश ने चुनाव आयोग से कुछ फंड्स देने की मांग भी की. अखिलेश ने कहा कि जिन दलों के पास इतना मजबूत इंफ्रा नहीं हैं उनकी मदद होनी चाहिए. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने बताया कि सपा डिजिटली चुनाव में उतरने को तैयार है, हमारे सारे कार्यकर्ता डिजिटल तरीके से कैंपेन करेंगे.

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पिछले कुछ समय से समाजवादी पार्टी की डिजिटल विंग को मजबूत किया गया है और लोगों को जोड़ा गया है. पार्टी के वॉलेनटियर्स को डिजिटल माध्यम की ट्रेनिंग भी दी गयी है. समाजवादी पार्टी अभी 15 जनवरी का इंतजार कर रही है. अगर 15 जनवरी के बाद भी रोक जारी रहती है तो सपा समाजवादी विजय रथ यात्रा में जो जिले छूट गए हैं उन ज़िलों में वर्चूअल सम्बोधन करेंगे. सपा का मानना है कि यूपी को डिजिटल माध्यम से जोड़ने में अखिलेश यादव और उनके द्वारा बांटे गए लैपटॉप का योगदान है.


कांग्रेस -15 हजार फेसबुक पेज के जरिए प्रचार, 2 लाख प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं की फौज तैयार 

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने डिजिटल प्लान तैयार किया जिसमें 1.5 लाख व्हाट्सएप ग्रुप 15000 फेसबुक पेज सोशल मीडिया के जरिए 3 करोड़ लोगों को जोड़ा गया. बताया जा रहा है कि चुनावी कैंपेन के लिए कांग्रेस पूरी तरीके से तैयार है. कांग्रेस ने अपने व्हाट्सएप ग्रुप तैयार किए हैं जिससे लोगों को जोड़ा गया है और उसके बाद उन व्हाट्सएप ग्रूप के द्वारा कांग्रेस की प्रतिज्ञाएं लगातार उन तक भेजी जा रही हैं. इसके साथ-साथ कांग्रेस ने महिलाओं को नेतृत्व में शामिल किया है और व्हाट्सएप के जरिए ब्लॉक स्तर पर सम्पर्क किया जा रहा है.

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15000 फेस बुक पेज के जरिए भी कांग्रेस प्रचार करेगी. इन फेसबुक पेज के जरिए कांग्रेस अपनी प्रतिज्ञा यात्रा और अपनी लाइव रैलियों को लोगों तक पहुंचा रही है. इसके अलावा कांग्रेस ने अपने डिजिटल प्लान के तहत तकरीबन दो लाख प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं को तैयार किया है जो सभी विधानसभाओं में घूम-घूम कर पार्टी के लिए प्रचार प्रसार करेंगे. कांग्रेस सूत्रों के अनुसार  प्रियंका गांधी वाड्रा की टीम के द्वारा चलाई गई सोशल मीडिया ड्राइव द्वारा आचार संहिता लगने से पहले ही तकरीबन 3 करोड़ लोगों को जोड़ा गया है. यह तीन करोड़ लोग कांग्रेस के द्वारा किए गए पांच सेक्शन में तैयार किए गए थे. इसमें सदस्यता अभियान के तहत भी कई लोग हैं. कांग्रेस ने अपने प्रशिक्षण शिविर में हर एक सैशन में 1 घण्टे का सोशल मीडिया मीडिया का शिविर लगाया था जिसमें लोगों को लगातार जोड़ा गया है. इस बार कांग्रेस लोकल स्तर पर यूटूबर के जरिए से भी संवाद कर रही है. कांग्रेस ने यूट्यूब पर और स्थानीय स्तर पर यूट्यूब चलाने वाले लोगों को अपने साथ जोड़ा है.

बहुजन समाज पार्टी- बीएसपी का प्रचार भी हुआ हाईटेक, मायावती के ऑफ़िस में बना वार रूम 


बहुजन समाज पार्टी ने आचार संहिता लगने के बाद अपनी डिजिटल तैयारी पूरी कर ली है. जिसमें सभी विधानसभा क्षेत्र में एलईडी के साथ पदाधिकारियों के वेरीफाइड अकाउंट से जोड़ा गया है. जानकारी के मुताबिक बहुजन समाज पार्टी लगातार अपने चुनाव प्रचार को हाईटेक करती जा रही है. इस दौरान सभी पदाधिकारियों और प्रभारियों के अकाउंट को वेरीफाई किया जा रहा है जिससे जब उससे कोई संदेश जनता के बीच में जाए तो जनता को बहुजन समाज को संदेश मिले. जिलों के सभी पार्टी ऑफिस पर एलईडी लगाया जा रहा है जिससे लोगों वहां बैठ कर बीएसपी सुप्रीमो मायावती को सुना जा सके. इसके लिए सभी जिलों के पार्टी ऑफिस में एलईडी की व्यवस्था की गयी है. बीएसपी की चीफ मायावती ने अपने ऑफिस में वॉर रूम तैयार किया जिसपर वह पूरे प्रदेश की विधानसभा पर नजर रखेंगी. बीएसपी चीफ मायवती सोशल मीडिया पर लगातार एक्टिव हैं. यानी उनके अफ़िशल ट्विटर हैंडल के ज़रिए ट्वीट हो रहे हैं.बीएसपी ने अपने प्रचार प्रसार के लिए इंस्टाग्राम,फेसबुक पेज सहित कू जैसे ऐप पर भी अपना प्रचार प्रसार शुरू कर दिया है.

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