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Babina Assembly Seat: जहां सोने-चांदी से तौली गई थीं इंदिरा गांधी, 1985 के बाद नहीं जीत सकी कांग्रेस 

बबीना विधानसभा सीट की जनता ने इंदिरा गांधी को तब सोने-चांदी से तौल दिया था जब कांग्रेस इंदिरा के पास फंड नहीं था. इस सोने-चांदी का उपयोग पार्टी फंड के रूप में किया गया.

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यूपी Assembly Election 2022 बबीना विधानसभा सीट
यूपी Assembly Election 2022 बबीना विधानसभा सीट
स्टोरी हाइलाइट्स
  • बबीना सीट से विधायक हैं बीजेपी के राजीव सिंह
  • कभी कांग्रेस पार्टी का गढ़ रही है बबीना सीट

उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड इलाके में झांसी जिले के बबीना शहर को सेना की छावनी के लिए जाना जाता है. छावनी बोर्ड बबीना की स्थापना 22 अगस्त 1959 को हुई थी. ये झांसी जिला मुख्यालय से ललितपुर मार्ग पर 26 किलोमीटर दूर है. बबीना उत्तर प्रदेश की एक विधानसभा सीट भी है और ये विधानसभा सीट इमरजेंसी के समय सुर्खियों में भी रही थी.

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इमरजेंसी के बाद इंदिरा गांधी की नई पार्टी कांग्रेस इंदिरा के पास फंड नहीं था. बेनी बाई के आह्वान पर बबीना की जनता ने इंदिरा गांधी को सोने-चांदी से तौल दिया था जिसका उपयोग पार्टी फंड के रूप में किया गया. इसके बाद बेनी बाई इंदिरा गांधी की सबसे करीबी नेताओं में शुमार हो गई थीं. बेनी बाई  के कद का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रहते समय बेनी बाई का कार्यालय मुख्यमंत्री के कार्यालय के पास ही हुआ करता था.

बबीना की जनता ने इंंदिरा गांधी को तौल दिया था सोने-चांदी से (फाइल फोटो)
बबीना की जनता ने इंंदिरा गांधी को तौल दिया था सोने-चांदी से (फाइल फोटो)

राजनीतिक पृष्ठभूमि

बबीना विधानसभा सीट के लिए साल 1967 में पहली बार मतदान हुआ था. 1967 और 1969 के चुनाव में कांग्रेस के सुदामा प्रसाद गोस्वामी विधायक निर्वाचित हुए. 1974 के चुनाव में ये सीट आरक्षित हो गई. 1974 और 1977 में जनसंघ के भगवत दयाल लगातार दो बार चुनावी बाजी जीतने में सफल रहे. 1980 और 1985 में कांग्रेस की फायर ब्रांड नेत्री बेनी बाई विजयी रहीं और प्रदेश सरकार में मंत्री भी बनीं.

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बबीना विधानसभा सीट से साल 1989, 1991 और 1993 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के रतनलाल अहिरवार, 1996 में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सतीश जतारिया, 2002 में बीजेपी और 2007 में बसपा के टिकट पर फिर से रतनलाल अहिरवार विजयी रहे. 2012 में बसपा के टिकट पर कृष्णपाल सिंह राजपूत विधानसभा पहुंचने में सफल रहे.

2017 का जनादेश

बबीना विधानसभा सीट से 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने राजीव सिंह को उम्मीदवार बनाया. बीजेपी के राजीव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी यशपाल सिंह यादव को 16 हजार वोट से अधिक के अंतर से हरा दिया. बीजेपी के राजीव सिंह को 96713 वोट मिले. यशपाल सिंह यादव 79876 वोट के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे.

सामाजिक ताना-बाना

बबीना विधानसभा सीट के सामाजिक समीकरणों की बात करें तो यहां हर जाति-वर्ग के लोग हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव की मतदाता सूची के अनुसार इस विधानसभा क्षेत्र में सवा तीन लाख से अधिक मतदाता हैं. बबीना में छावनी बोर्ड भी है. बबीना छावनी का कुल क्षेत्रफल 3214 एकड़ से अधिक है.

विधायक का रिपोट कार्ड

बबीना विधानसभा सीट से विधायक राजीव सिंह ने 2017 में पहली दफे बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीते भी. विधायक राजीव सिंह 46 साल के हैं और इनकी शिक्षा हाईस्कूल तक हुई है. विधायक राजीव सिंह मजबूत आर्थिक पृष्ठभूमि वाले परिवार से आते हैं. राजीव सिंह की छवि जनता के बीच रहने वाले मिलनसार नेता की है.

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