उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले की सीट है बाराबंकी विधानसभा सीट. बाराबंकी जिले की ये सीट, जिला मुख्यालय की यानी सदर सीट है. बाराबंकी उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सटा हुआ जिला है. बाराबंकी जिले की पहचान महाभारत काल से प्रसिद्ध कुंतेश्वर महादेव मंदिर है तो साथ ही ये जिला महाभारत कालीन पारिजात वृक्ष के लिए भी पहचान रखता है.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
बाराबंकी सदर विधानसभा सीट के चुनावी इतिहास की बात करें तो ये सीट साल 2012 के चुनाव से अस्तित्व में है. इस विधानसभा सीट से साल 2012 में इस विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) के धर्मराज सिंह यादव जीते थे. सपा के धर्मराज ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के संग्राम सिंह को 22770 वोट से हरा दिया था.
2017 का जनादेश
बाराबंकी विधानसभा सीट से 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा ने धर्मराज सिंह यादव को ही उम्मीदवार बनाया था. सपा के धर्मराज सिंह यादव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बसपा के सुरेंद्र सिंह को 29705 वोट से हरा दिया था. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के हर गोविंद सिंह तीसरे स्थान पर रहे थे. सपा के धर्मराज को 99453 वोट मिले थे.
सामाजिक ताना-बाना
बाराबंकी विधानसभा क्षेत्र में तीन लाख से अधिक मतदाता हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं की बहुलता है. बाराबंकी विधानसभा सीट का चुनाव परिणाम निर्धारित करने में ब्राह्मण और राजपूत के साथ ही मुस्लिम मतदाता भी निर्णायक भूमिका निभाते हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के मतदाता भी अच्छी तादाद में हैं.
विधायक का रिपोर्ट कार्ड
बाराबंकी विधानसभा सीट से विधायक धर्मराज सिंह यादव का दावा है कि उनके कार्यकाल में विकास हुआ है. विपक्षी दलों के नेता विधायक के दावों को हवा-हवाई बता रहे हैं. बाराबंकी सदर विधानसभा सीट के लिए मतदान यूपी चुनाव के पांचवे चरण में 27 फरवरी को होना है. गौरतलब है कि यूपी के विधानसभा चुनाव सात चरणों में हो रहे हैं.