उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले की एक विधानसभा सीट है बीकापुर विधानसभा सीट. बीकापुर एक कस्बा भी है. अयोध्या जिले के बीकापुर को तहसील का दर्जा भी प्राप्त है जिसका मुख्यालय बीकापुर में है. अयोध्या जिला मुख्यालय से बीकापुर कस्बे की दूरी करीब 30 किलोमीटर है. इस विधानसभा सीट का इतिहास काफी रोचक है. यहां के मतदाताओं को नाम में 'राम' वाले उम्मीदवार भाते रहे हैं.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
बीकापुर विधानसभा सीट के चुनावी अतीत की बात करें तो 1974 से अब तक निर्वाचित हुए विधायकों में 10 ऐसे रहे जिनके नाम में 'राम' है. साल 1974 और 1977 में जनता पार्टी, 1980 और 1985 में कांग्रेस के टिकट पर सीताराम विधायक निर्वाचित हुए. 1989 में निर्दलीय और 1991 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के टिकट पर श्रीराम द्विवेदी, 1993 में समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रांशु राम, 1996 और 2002 में सपा के सीताराम निषाद, 2007 में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के जितेंद्र कुमार बब्लू भैया और 2012 में सपा के मित्रसेन यादव विधायक निर्वाचित हुए थे.
2017 का जनादेश
बीकापुर विधानसभा सीट से साल 2017 के चुनाव में बीजेपी ने शोभा सिंह चौहान, सपा ने आनंद सेन, बसपा ने जितेंद्र सिंह और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने जुवैर अहमद को उम्मीदवार बनाया था. बीजेपी की शोभा सिंह चौहान ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी आनंद सेन को 26652 वोट से हरा दिया था. बसपा के जितेंद्र सिंह तीसरे और जुवैर अहमद चौथे स्थान पर रहे थे.
सामाजिक ताना-बाना
बीकापुर विधानसभा क्षेत्र में करीब साढ़े तीन लाख मतदाता हैं. बीकापुर विधानसभा सीट की गिनती अनुसूचित जाति के मतदाताओं की बहुलता वाली विधानसभा सीट के रूप में होती है. बीकापुर विधानसभा सीट का चुनाव परिणाम निर्धारित करने में अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाता भी निर्णायक भूमिका निभाते हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में सामान्य वर्ग के मतदाता अच्छी तादाद में हैं.
विधायक का रिपोर्ट कार्ड
बीकापुर विधानसभा सीट से विधायक शोभा सिंह चौहान का दावा है कि उनके कार्यकाल में इलाके का चहुंमुखी विकास हुआ है. शोभा सिंह के दावे को विरोधी दलों के नेता सिरे से खारिज कर रहे हैं. अयोध्या की बीकापुर विधानसभा सीट के लिए यूपी चुनाव के पांचवे चरण में 27 फरवरी को मतदान होना है. बता दें कि यूपी की 403 विधानसभा सीटों के लिए सात चरणों में मतदान होना है.