उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कमर कस ली है. बीजेपी पार्टी में 2 करोड़ नए कार्यकर्ताओं को जोड़ने की मुहिम पर है. बीजेपी का यह अभियान सितंबर तक चलेगा. इस दौरान नए सदस्यों को जोड़ने के लिए पार्टी अपने कार्यकर्ताओं को युद्धस्तर पर लगाएगी. सूत्रों के मुताबिक 23 अगस्त को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के बूथ सम्मेलन के बाद कार्यकर्ता, लोगों को पार्टी से जोड़ने के लिए अभियान चलाएंगे.
विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी की रणनीति है कि उन लोगों को भी पार्टी में शामिल किया जाए जो प्रदेश या केंद्र सरकार की योजनाओं से लाभान्वित हुए हैं. ऐसे में बीजेपी सर्वे के जरिए भी लोगों को व्यापक स्तर पर जोड़ने की कोशिश कर सकती है. बीजेपी समर्थकों को भी पार्टी, सदस्यता दिलाने का काम करेगी.
बीजेपी स्थानीय स्तर पर संगठन मजबूत करने की कोशिशों में जुटी है. ऐसे में अगर इतनी बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को एकजुट करने में बीजेपी सफल हो जाती है, तो जाहिर तौर पर बड़ी कामयाबी इसे माना जा सकता है. बीजेपी के कार्यकर्ता केंद्र और राज्य सरकारों की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का काम करेंगे.
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हर विधानसभा सीट पर बीजेपी का जोर
बीजेपी के ये कार्यकर्ता सूबे की 403 विधानसभा सीटों पार्टी को मजबूत करेंगे. बीजेपी का केंद्रीय और प्रादेशिक नेतृत्व विधानसभा चुनावों में दमखम लगा रहा है. वहीं इससे पहले हर विधानसभा सीट पर बीजेपी ने विस्तारकों की नियुक्ति और उन्हें प्रशिक्षित करने के लिए पाठशाला तैयार करने पर भी काम किया था. इनका काम जमीनी स्तर पर प्रबंधन ठीक करना होगा.
किन मुद्दों पर होगा बीजेपी का जोर?
मोदी और योगी सरकार के कार्यों को जनता तक कार्यकर्ता पहुंचाएंगे. कामों के अलावा बीजेपी का फोकस राष्ट्रवाद, विकास, राम मंदिर और रोजगार पर भी होगा. साथ ही बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं को ग्रामीण स्तर तक पहुंचाने के दावे बीजेपी लगातार कर रही है. ऐसे में देखना यह होगा कि कार्यकर्ता इन संदेशों को जनता तक पहुंचाने में कितना कामयाब होते हैं और सितंबर तक बीजेपी में कितने कार्यकर्ता शामिल होते हैं.