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मायावती की हुंकार- मीडिया में नहीं दिखते लेकिन 2022 में हमें कम मत आंकना

बसपा ने भले ही जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनावी मैदान से खुद को बाहर कर लिया हो, लेकिन मिशन-2022 को लेकर मायावती कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है. फरवरी से ही बसपा प्रमुख लखनऊ में डेरा जमाए हुए है और उन्होंने 2022 के चुनाव के लिए अपना नारा दे दिया है यूपी को बचाना है और बसपा को सत्ता में लाना है.

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बसपा प्रमुख मायावती
बसपा प्रमुख मायावती
स्टोरी हाइलाइट्स
  • मायावती ने यूपी 2022 के लिए नारा लांच किया
  • BSP जिला पंचायत चुनाव से बाहर
  • मायावती लखनऊ में बैठक करने में जुटीं

उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में लिए बसपा पूरी तरह से कमर कस लिया है. बसपा ने भले ही जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनावी मैदान से खुद को बाहर कर लिया हो, लेकिन मिशन-2022 को लेकर मायावती कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है. फरवरी से ही बसपा प्रमुख लखनऊ में डेरा जमाए हुए है और उन्होंने 2022 के चुनाव के लिए अपना नारा दे दिया है. ये नारा है यूपी को बचाना है और बसपा को सत्ता में लाना है. इतना ही नहीं उन्होंने कह दिया है कि वह मीडिया में भले ही कम दिखती हों, लेकिन उन्हें कम न आंका जाए. 

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बसपा प्रमुख मायावती ने सोमवार को कहा कि कोराना संक्रमण का असर कम होने के बाद फरवरी के लखनऊ में मौजूद हूैं और लगातार पार्टी और संगठन की बैठक कर रही हैं. उन्होंने कहा कि हम पार्टी की छोटी और बड़ी मीटिंग ले रहे हैं और हमारा फोकस संगठन को मजबूत करने का है. ऐसे में बसपा को कम नहीं आंकना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि हम हर बातों को मीडिया में नहीं रखते हैं, इसका मतलब नहीं है कि हम यूपी में सक्रिय नहीं है. 

मायावती ने 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए यूपी की जनता से अपील करते हुए नारा दिया है. बसपा प्रमुख ने कहा,'यूपी को बचाना है बचाना है, सर्वजन को बचाना है, सर्वजना को बचाना है, बसपा को सत्ता में लाना है और जरूर लाना है.' इसी के साथ मायावती ने दावा किया कि बसपा इसी नारे के साथ यूपी के चुनावी मैदान में उतरेगी और पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी. मायावती ने कहा कि बसपा को मीडिया और विपक्षी पार्टियां कमतर न आंके.  

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यूपी की बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए मायावती ने कहा कि बीजेपी उसी तौर-तरीके से काम कर रही है, जैसा सपा करती थी. उन्होंने कहा कि ऐसी शैली की वजह से ही उन्होंने 1995 में सपा से अलग होने का फैसला किया था, लेकिन अब बीजेपी भी वही सब कर रही है. इसी के साथ मायावती ने यूपी के जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान भी कर दिया है. 

मायावती की तरफ से पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को संदेश दिया गया कि वो जिला पंचायत चुनाव में अपनी ऊर्जा और वक्त खराब ना करते हुए अपना समय पार्टी को मजबूत करने में लगाएं. बसपा प्रमुख ने कहा कि इससे अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बीएसपी को फायदा होगा. मायावती ने कहा कि कार्यकर्ताओं ने अगर पार्टी को मजबूत किया तो बसपा अपने बलबूते सरकार बनाएगी. 

मायावती ने कहा कि अगर विधानसभा चुनाव में बसपा की जीत हुई तो अधिकांश जिला अध्यक्ष खुद ही उनकी पार्टी में शामिल हो जाएंगे, क्योंकि जिला पंचायत अध्यक्ष बिना सत्ता के नहीं रह सकते हैं. ऐसे में इस चुनाव में अपना वक्त नहीं खराब करना है. मायावती ने आगे कहा कि उनकी पार्टी के नेताओं को विरोधी पार्टियों की साम, दाम, दंड, भेद नीति से सावधान रहना होगा. मायावती ने बताया कि वह लखनऊ में रहकर पार्टी को मजबूत करने में लगी है और चुनावी तैयारियों को धार दे रही है. 

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