उत्तर प्रदेश के चुनाव में अभी तक बसपा प्रमुख मायावती सक्रिय नहीं हुई थीं. वे बैठकें तो कर रही थीं, लेकिन कोई रैली या फिर जनसंपर्क करती नहीं दिखाई दीं. अब बुधवार से बसपा प्रमुख जमीन पर सक्रिय होने जा रही हैं. उनकी आगरा में पहली जनसभा रखी गई है. कोरोना की वजह से सिर्फ 1000 लोगों के बीच मायावती बसपा का प्रचार करने जा रही हैं.
मायावती आगरा शहर के कोठी मीना बाजार में ये जनसभा करने जा रही हैं. 2022 के चुनाव में फिलहाल मायावती ने कोई भी जनसभा या जनसंपर्क नहीं किया है. ऐसे में जनसभा में मंडल स्तरीय आगरा मंडल के सभी जिलों के पार्टी के उम्मीदवार और समर्थक मौजूद रहेंगे.
बसपा की चुनावी रणनीति की बात करें तो पार्टी इस बार अपने कोर वोटर दलित के अलावा ब्राह्मण समाज पर भी पूरा फोकस जमा रही है. कहा जा रहा है कि अपनी पहली रैली में भी मायावती इस समाज को अपनी ओर करने की कोशिश कर सकती हैं.
बसपा ने अभी कुछ ही दिनों के अदर कई चरणों के उम्मीदवारों का ऐलान भी कर दिया है. बसपा ने हाल ही में तीसरे चरण के 61 और उम्मीदवारों का ऐलान किया था. पार्टी ने अमेठी से रागिनी तिवारी, बहराइच से नईम अहम खान, श्रावस्ती से नीतू मिशअरा और गोण्डा से हाजी मोहम्मद जकी पर भरोसा जताया है. सलोन से स्वाति सिंह कठेरिया, तिलोई से हरिवंश कुमार दुबे, जगदीशपुर से जितेंद्र कुमार सरोज और गौरीगंज से रामलखन शुक्ला को उम्मीदवार बनाया गया है.
इससे पहले बसपा ने 4 उम्मीदवारों की एक छोटी लिस्ट जारी की थी. इसमें 2 सीटों का जिक्र था, जहां पहले घोषित किए गए उम्मीदवारों को बदल दिया गया था. इस लिस्ट में कासगंज से मोहम्मद आरिफ, पीलीभीत से शाने अली, लखीमपुर खीरी जनपद की निघासन सीट से डॉ. आर ए उस्मानी और कस्ता (आरक्षित) से हेमवती राज को उम्मीदवार बनाया गया है.
जानकारी के लिए बता दें कि पहले दो चरणों में पश्चिमी यूपी की सीटों पर वोट पड़ने वाले हैं. ऐसे में सभी पार्टियां और उनके बड़े नेता यहां पर डेरा डालकर बैठे हैं. कुल सात चरणों में वोटिंग होगी और 10 मार्च को नतीजे आएंगे.