उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी ने बिगुल फूंक दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती ने मंगलवार को लखनऊ में ब्राह्मण प्रबुद्ध सम्मेलन को संबोधित किया. मायावती ने साफ कहा कि भारतीय जनता पार्टी के राज में ब्राह्मणों पर अत्याचार बढ़ा है.
सम्मेलन में मायावती ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि बीजेपी की सरकार के दौरान ब्राह्मणों पर जो एक्शन हुआ, उसकी जांच कराई जाएगी. इसके अलावा जो अधिकारी दोषी पाए जाएंगे, उनपर एक्शन लिया जाएगा. मायावती ने कहा कि ब्राह्मणों के मान-सम्मान और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा.
‘हर विधानसभा में 1000 कार्यकर्ता तैयार करने होंगे’
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि बसपा सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय की सोच पर चलने वाली पार्टी है, हमारी कथनी-करनी में कोई अंतर नहीं होता है. मायावती ने मंत्र दिया कि हर विधानसभा क्षेत्र में 1000 ब्राह्मण कार्यकर्ताओं को तैयार करना है और सभी को एकजुट करके चलना है.
मायावती ने कहा कि इस बार बसपा की सरकार आने से कोई नहीं रोक सकता है. हमारी सरकार आई तो सरकार में एक बार फिर ब्राह्मणों को सही प्रतिनिधित्व दिया जाएगा और सभी का सम्मान किया जाएगा.
‘बीजेपी से मुक्ति पाना चाहते हैं ब्राह्मण’
भाजपा और समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि हमारी पार्टी दूसरे दलों की तरह हवा-हवाई बातें नहीं करती है. ना ही हम धर्म-जाति के आधार पर किसी के बीच भेदभाव करते हैं. इसके अलावा बसपा सरकार ने हमेशा कानून का राज स्थापित किया है.
मायावती ने कहा कि 2012 में सपा ने सत्ता में आकर यूपी का माहौल बिगाड़ा, उसके बाद 2017 में लोग बीजेपी के वादों मे आ गए. बीजेपी की सरकार अभी तक अपने वादों को पूरा नहीं कर पाई है. ब्राह्मण समाज के लोग बीजेपी की सरकार के मुक्ति पाना चाहते हैं.
गौरतलब है कि बहुजन समाज पार्टी द्वारा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कमर कस ली गई है. सतीशचंद मिश्रा की अगुवाई में बसपा प्रबुद्ध सम्मेलनों का आयोजन कर रही है. मंगलवार को इसका समापन किया गया, जिसमें मायावती ने हिस्सा लिया.