उत्तर प्रदेश चुनाव (up election 2022) में भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ मैदान में होंगे. चंद्रशेखर आजाद ने ऐलान किया है कि वह गोरखपुर सदर सीट से सीएम योगी के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. इससे पहले भीम आर्मी चीफ ने 18 जनवरी को यूपी की 33 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान किया था.
योगी के गोरखपुर सीट से लड़ने का ऐलान केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 15 जनवरी को किया था. इस दौरान प्रधान ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य सहित 105 सीटों के प्रत्याशियों की घोषणा की थी. मौर्य को प्रयागराज के सिराथू सीट से मैदान में उतारा गया है.
योगी का गढ़, गोरखपुर सीट पर रहती है पूरे UP की नजर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गढ़ होने के कारण गोरखपुर सदर सीट पर पूरे यूपी की नजर रहती है. गोरक्षनाथ मंदिर का प्रभाव होने की वजह से राम मंदिर आंदोलन से लेकर मोदी लहर तक इस सीट की अहम भूमिका रही है. ये सीट लगातार बीजेपी के कब्जे में रही है. 1967 के बाद से अब तक हुए चुनाव में भाजपा हमेशा इस सीट पर जीती है. 2002 से लेकर 2017 तक भाजपा के राधा मोहनदास अग्रवाल यहां से विधायकी का चुनााव जीतते आए हैं. गोरखपुर की 9 विधानसभा सीटों में से गोरखपुर सदर विधानसभा की सीट में सबसे ज्यादा 474 पोलिंग बूथ इस सीट में ही हैं. योगी आदित्यनाथ के गोरक्षनाथ मंदिर पीठाधीश्वर बनने के बाद यह सीट उत्तर प्रदेश को प्रभावित करने वाली सीट बन गई है.
अखिलेश के साथ नहीं बन पाई थी चंद्रशेखर की बात
चंद्रशेखर दो बार समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात कर चुके हैं. बातचीत शुरू जरूर हुई थी, लेकिन बाद में जम नहीं पाई. तब चंद्रशेखर ने अखिलेश पर आरोप लगाया था कि उन्हें दलितों के वोट तो चाहिए, लेकिन वे दलित नेता को स्वीकार नहीं करना चाहते हैं. दरअसल, अखिलेश भीम आर्मी को कम सीटें ऑफर कर रहे थे. इसके जवाब में अखिलेश ने कहा था कि उन्होंने चंद्रशेखर को 2 सीटें ऑफर की थीं. वे मान भी गए थे, लेकिन बाद में किसी का फोन आया और वे पलट गए.