आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री और किसान नेता चौधरी चरण सिंह की जन्म जयंती है. इस दिन यूपी में कई खास कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. ऐसा ही एक कार्यक्रम आरएलडी नेता जयंत चौधरी ने भी रखा है. उनकी तरफ से किसान घाट पर चौधरी चरण सिंह के सम्मान में हवन का आयोजन किया गया है. उस हवन का हिस्सा किसान नेता राकेश टिकैत भी बने हैं.
जयंत-टिकैत साथ-साथ
जो तस्वीरें सामने आई हैं उसमें दोनों टिकैत और जयंत चौधरी साथ में पूजा-अर्चना कर रहे हैं. इस हवन में पार्टी कार्यकर्ता से लेकर कई दूसरे किसान संगठन के लोग शामिल हुए हैं. अब इन तस्वीरों का इस अंदाज में सामने आना इसलिए मायने रखता है क्योंकि अभी राकेश टिकैत के यूपी चुनाव लड़ने पर सस्पेंस बरकरार है. उनकी तरफ से कुछ भी स्पष्ट तो नहीं किया गया है, लेकिन अटकलें लगातार जारी हैं.
अब इन अटकलों को शांत करने के लिए दोनों राकेश टिकैत और जयंत चौधरी ने अहम बयान दिया है. टिकैत के मुताबिक उनका आज जयंत चौधरी से मिलना एक संयोग मात्र था और वे भी चौधरी चरण सिंह को अपना नेता मानते हैं. वहीं जयंत चौधरी ने भी ये कहकर बात टाल दी कि राकेश टिकैत ने खुद साफ कर दिया है कि वे सक्रिय राजनीति में नहीं आने वाले हैं. लेकिन उन्होंने इस बात को जरूर स्वीकार किया कि राकेश टिकैत किसानों के बड़े नेता और उन्हीं की वजह से मोदी सरकार ने तीनों कृषि कानून वापस लिए.
वैसे इन बयानों के बीच राकेश टिकैत और आरएलडी कार्यकर्ताओं के बीच जो केमिस्ट्री देखने को मिली, उसने कई तरह के सवाल खड़े कर दिए. जैसे ही किसान घाट पर टिकैत की एंट्री हुई थी, आरएलडी कार्यकर्ता खासा उत्साहित नजर आए. ये उत्साह ही यूपी की राजनीति में हलचल लाने के लिए काफी रहा.
कुछ समय पहले टिकैत का अखिलेश यादव और जयंत चौधरी संग एक पोस्टर भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. उसके बाद सपा प्रमुख ने भी कह दिया था कि अगर टिकैत चुनाव लड़ना चाहे, तो वे इसका दिल खोलकर स्वागत करेंगे. अब उस समय उस पोस्टर पर जरूर आपत्ति जाहिर की गई, लेकिन आज चौधरी चरण सिंह की जयंती पर राकेश टिकैत ने आरएलडी नेता संग एक कार्यक्रम में आने का फैसला लिया. इस समय जयंत की पार्टी का सपा संग गठबंधन चल रहा है, ऐसे में राजनीतिक गलियारों में काफी चर्चा हो रही है.
टिकैत का दलों को संदेश
वैसे राकेश टिकैत चुनाव लड़ेंगे या नहीं, इस पर जरूर सस्पेंस है, लेकिन किसान नेता की तरफ से ये साफ कर दिया गया है कि किसानों का वोट उसी पार्टी को जाएगा जो उनके हितों की रक्षा करेगा. उनके मुताबिक सभी पार्टियां पहले अपना घोषणापत्र सामने रखें, सभी बताएं कि वो किसानों के लिए क्या करने वाले हैं, फिर उसी आधार पर किसान वोट करेगा. ऐसे में राकेश टिकैत की सक्रियता यूपी चुनाव में खासा ज्यादा है और कई पार्टियां उन्हें अपने पाले में लाने के प्रयास में लगी हैं.