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पंचायत आजतक 2021: क्यों जरूरी था धर्मांतरण का कानून? योगी आदित्यनाथ ने गिनाए कारण

Panchayat Aaj Tak Uttar Pradesh 2021: पंचायत आजतक के मंच पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए 2022 के चुनावी एजेंडा सेट करते नजर आए. उन्होंने राममंदिर निर्माण से लेकर धर्मांतरण कानून को लेकर अपनी बात रखी.

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
स्टोरी हाइलाइट्स
  • लव जिहाद कानून लाने का मकसद किसी के साथ छल न हो
  • धर्मांतरण गिरोह के पर्दाफाश से सच्चाई सामने आई
  • यूपी में कानून धर्म और मजहब देखकर नहीं बनते

उत्तर प्रदेश में अगले साल फरवरी में होने वाले विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) को लेकर सियासी दलों ने कमर कस ली है. 'पंचायत आजतक' में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि धर्मांतरण और लव जिहाद ऐसे मुद्दे हैं जिन पर हमारा स्टैंड साफ रहा है. कोई किसी के साथ छल ना कर सके. इसका नतीजा है कि अभी एक बड़े गिरोह का खुलासा किया गया है. 

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योगी आदित्यनाथ ने कहा कि धर्मांतरण कानून लाने का मकसद साफ था कि कोई किसी के साथ छल और धोखा ना करे, लेकिन अब आप देखिए कितने केस सामने आ रहे हैं. कितना बड़े गिरोह का मामला सामने आया है. 25 राज्यों तक इस रैकेट का विस्तार फैला था और वाट्सएप के जरिए कैसे इस्तेमाल किया जा रहा था. 

दूर का सोचकर धर्मांतरण कानून बनाया- योगी

उन्होंने कहा कि मूक बच्चों को निशाना बनाया जा रहा है. फिर उनके परिवार को भी निशाना बनाया. अगर हम धर्मांतरण पर कानून नहीं बनाते तो काफी कुछ हो सकता था. हमने दूर का सोचकर ये निर्णय लिया था. मुझे खुशी है कि हमने जो फैसला डेढ़ साल पहले लिया था, उसके सही परिणाम एजेंसियां दे रही हैं.

योगी ने कहा कि हम किसी मजहब, धर्म और जाति देखकर कानून नहीं बनाते हैं. हमारा मकसद 24 करोड़ की जनता का है, जिसे देखकर हम कानून बनाते हैं. कानून किसी के उत्पीड़न के लिए नहीं बनाया गया है बल्कि लोगों की सुरक्षा के लिए बनाया जा रहा है. प्रदेश की जनता के लिए कानून का राज कैसे कायम होगा. इसका पालन एजेंसिया करेंगी. 

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बता दें कि उत्तर प्रदेश के नोएडा में पिछले दिनों यूपी एसटीएफ ने धर्मांतरण कराने वाले रैकेट का पर्दाफाश किया है. ये रैकेट पिछले दो साल से चल रहा था और अब तक एक हजार से ज्यादा गैर-मुस्लिमों को इस्लाम में शामिल कराने का दावा किया गया है. इस मामले में दिल्ली के रहने वाले मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी को गिरफ्तार किया गया है. 

तोड़फोड़ करने वालों की आरती नहीं उतारेंगे

वहीं, मुस्लिमों से जुड़े एक सवाल पर सीएम योगी ने कहा कि कोई तोड़फोड़ करेगा तो हम आरती नहीं उतारेंगे. जो कानून तोड़ेगा उसे दंड दिया जाएगा. किसी का उत्पीड़न करने के लिए कानून नहीं बनाया गया है. मैंने कई मुस्लिम धर्मगुरुओं से बात की है, वो भी कहते हैं कि अब यूपी में दंगे नहीं होते हैं. उनकी प्रॉपर्टी भी अब सुरक्षित है. प्रदेश में सभी की सुरक्षा महत्वपूर्ण है. अब उसे कैसे किया जाएगा, ये एजेंसी तय करेगी. गाड़ी पलटने वाले सवाल पर बोले एक्सीडेंट तो हो सकता है. इसमें कोई हैरान वाली बात नहीं है.

साथ ही योगी ने कहा कि अखिलेश सच बोल रहे हैं क्योंकि हमने कहा था कि मंदिर वहीं बनाएंगे. हमने 1990 में भी कहा था कि जहां राम लला विराजमान हैं, वहीं मंदिर बनेगा. तब इन लोगों ने गोली चलवा दी थी, लेकिन अब आप देख लीजिए, मंदिर का काम शुरू हो चुका है और जल्द इसे पूरा किया जाएगा.

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मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड से या फिर नॉन कोविड जो भी मौतें हैं, सभी दुखद हैं. हमें स्वीकार करना पड़ेगा कि कोरोना सबसे बड़ी महामारी है. महामारी की तुलना सामान्य बीमारी से नहीं की जा सकती है. हम सभी को पीएम का मुश्किल समय में मार्गदर्शन मिला है. पूरे देश ने कोरोना के खिलाफ बेहतरीन लड़ाई लड़ी है, दुनिया ने इसे स्वीकार भी किया है.

उन्होंने कहा कि गंगा में शवों को लेकर जो बातें सामने आईं, आप भी जानते हैं कि ये सब कोई पहली बार नहीं हुआ है. 2014 से पहले भी ऐसे दृश्य थे. बाद में हमने ही इस पर रोक लगाई थी.  कुछ वर्ग ऐसे होते हैं जो एक तय समय पर गंगा में शवों का जल प्रवाह करते हैं. मैं जोर देकर कहता हूं कि ये कोई पहली बार नहीं हुआ है. 2012 में भी ऐसी घटनाएं सामने आई थीं.

 

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