राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे जनपद गौतमबुद्ध नगर की दादरी विधानसभा सीट अपने आप में बहुत महत्व रखती है. दादरी विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी को छोड़कर बीजेपी, बसपा, कांग्रेस और जनता दल व अन्य दलों के प्रत्याशियों का दबदबा रहा है. फिलहाल इस सीट पर बीजेपी के तेजपाल नागर विधायक हैं.
सामाजिक तानाबाना
2017 में चुनाव जीतने वाले विधायक तेजपाल सिंह नागर का अगर यहां समाज में प्रभाव की बात करें तो उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जातिगत आंकड़े सबसे अहम माने जाते हैं. ऐसे में दादरी विधानसभा सीट के जातिगत समीकरणों की बात की जाए तो यह सीट गुर्जर बाहुल्य है. ऐसे में सभी पार्टियां लगभग हर चुनावों में गुर्जर जाति से आने वाले प्रत्याशियों पर ही दांव लगाती हैं.
आजादी के बाद से अब तक एकाध बार को छोड़ दें तो यहां से इसी वर्ग का विधायक चुना जाता रहा है क्योंकि चुनाव कोई भी दल जीतता हो, लेकिन दादरी में विधायक गुर्जर ही बनता है. राजनीतिक दलों को दादरी सीट पर गुर्जर वर्ग से आने वाले प्रत्याशी का चयन करना पड़ता है. पिछले चुनाव में नागर गोत्र से आने वाले प्रत्याशी ने जीत हासिल की थी. इसी कारण यहां तेजपाल नागर की छवि बहुत हद तक ठीक मानी जा सकती है.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
1957 से विधानसभा चुनाव पर नजर डालें तो कांग्रेस ने दादरी सीट पर 1957, 1962 और 1967 में लगातार 3 चुनाव जीतकर जीत की हैट्रिक लगाई थी. इसके बाद 1972 और 1980 में ही उसके खाते में जीत आई. 1991 में जनता दल को जीत मिली तो 1993 में जनता दल ने जीत की हैट्रिक लगाई. लेकिन उसे पहली जीत 1989 में मिली थी.
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दादरी में बीजेपी की जीत की शुरुआत 1996 से हुई थी. फिर 2002 में उसे दूसरी जीत मिली. लेकिन उसके बाद 2007 और 2012 में बसपा ने यह सीट अपने कब्जे में रखे रही. 2017 में फिर समीकरण बदला और सीट बीजेपी के खाते में चली गई औऱ तेजपाल नागर विधायक बने.
बीजेपी के तेजपाल सिंह नागर दादरी सीट से विधायक हैं जो उत्तर प्रदेश विधानसभा में सचेतक भी हैं. तेजपाल नागर ग्रेटर नोएडा के गांव अक़ीलपुर जागीर के निवासी हैं. और वो गुर्जर समुदाय से आते हैं. तेजपाल नागर को 2017 में 1,41,226 वोट मिले और जीत हुई.
जबकि बसपा प्रत्याशी सतवीर गुर्जर को 61,049 वोट मिले थे तो वहीं कांग्रेस प्रत्याशी समीर भाटी को 39,975 वोट मिले और तीसरे स्थान पर रहे. 2017 के चुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने गठबंधन किया था. जिसके चलते इस सीट पर कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी खड़ा किया था. हालांकि इस बार यहां मुकाबला बीजेपी-बसपा और सपा के बीच होने की उम्मीद है.
2017 का जनादेश
बीते 2017 में उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में दादरी सीट पर बीजेपी के तेजपाल नागर ने बड़ी जीत हासिल की थी. उन्होंने बसपा के प्रत्याशी सतवीर सिंह गुर्जर को हराया था. तेजपाल नागर को 1, 41, 226 वोट मिले थे, जबकि बसपा प्रत्याशी 61049 वोटों के साथ दूसरे और 39,975 वोटों के साथ कांग्रेस के समीर भाटी तीसरे स्थान पर रहे थे.
2017 के चुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने गठबंधन किया था. जिसके चलते इस सीट पर कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी खड़ा किया था. हालांकि इस बार यहां मुकाबला त्रिकोणीय यानि बीजेपी-बसपा और सपा के बीच होने की उम्मीद है.
रिपोर्ट कार्ड
विधायक तेजपाल नागर के साढ़े 4 साल के रिपोर्ट कार्ड में बताया गया है कि उत्तर प्रदेश में जब से योगी सरकार आई तब से विकास की गति बढ़ी है. गौतमबुद्ध नगर में रोजगार के अवसर खुले हैं, कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियां ग्रेटर नोएडा में निवेश करने आई हैं, जिससे यहां पर हजारों युवाओं को रोजगार मिला है. ग्रेटर नोएडा के लोगों को दादरी जाने के लिए रूपवास बाईपास का निर्माण किया जा रहा है.
दादरी के चिटहेरा में राजकीय कन्या इंटर कॉलेज का निर्माण किया जा रहा है, जिसकी लागत 4 करोड़ 60 लाख रुपये है. राजकीय कन्या इंटर कॉलेज का शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते 22 सितंबर को किया था. साथ ही दादरी में स्थित मिहिर भोज डिग्री कॉलेज में तीन प्रयोगशाला का निर्माण किया जा रहा है. जिसका शिलान्यास भी उसी दिन सीएम योगी ने किया था. सीएसआर फंड के माध्यम से योगी सरकार दादरी में एक लाइब्रेरी का निर्माण कर रही है,.
तेजपाल नागर ग्रेटर नोएडा के गांव अकीलपुर जागीर के निवासी है. और वो गुर्जर फैमिली से आते हैं. तेजपाल नागर को 2017 में 1,41,226 वोट मिले और जीत हुई. यहां के मूल निवासी होने के साथ-साथ इन्हें गांव और शहर में गुर्जर वोट का फुल सपोर्ट मिलता है. दादरी क्षेत्र में उनकी अपनी अलग छवि है. जिसका उन्हें काफी हद तक फायदा मिलता है.