Deep Sidhu Death: पंजाबी फिल्मों के मशहूर अभिनेता दीप सिद्धू का एक सड़क हादसे में मंगलवार को निधन हो गया. उनकी गाड़ी दिल्ली के पास कुंडली बॉर्डर पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें उनकी जान चली गई. दीप सिद्धू की मौत पर किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने दुख जाहिर किया. आज तक के साथ बातचीत करते हुए राकेश टिकैत ने कहा, यह एक दुखद घटना है. किसान आंदोलन और लाल किले वाली घटना से भी दीप सिद्धू का नाम जुड़ा रहा है. आज वो इस दुनिया में नहीं है यह उनके परिवार के लिए एक दुखद घटना है.
लाल किले और दीप सिद्धू पर बोलते हुए राकेश टिकैत ने कहा, दीप सिद्धू को तो सरकार लेकर गई थी. हमने बार-बार कहा है कि लाल किले पर झंडे के साथ किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं हुई थी. एक खाली पाइप पर धार्मिक ध्वज को लहराया गया, जो सरकार की साजिश की थी. इससे किसान आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश की गई.
राकेश टिकैत ने कहा, 'दीप सिद्धू सरकार के चक्रव्यूह में फंस गए यह सब उन्होंने सिर्फ किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिया किया. हमारा लाल किले से कोई मतलब नहीं था, अगर हमें आंदोलन करने के लिए जाना होता तो हम संसद में जाते.'
बीजेपी ने योगी को दिए कम अधिकार
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, उत्तर प्रदेश में बिजली हरियाणा से 12 गुना महंगी है तो क्या उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हरियाणा के मुख्यमंत्री से कमजोर हैं? कोई न कोई बेईमानी है जालसाजी है चीटिंग है जो सरकार आम लोगों के साथ कर रही है. बीजेपी पर निशाना साधते हुए टिकैत कहा कि उन्होंने योगी आदित्यनाथ को कम अधिकार दिए हैं क्या या फिर इनकी सरकार को चलाने वाला कोई और है हम भी उसी किसी और की ही तलाश कर रहे हैं जो सरकार को चला रहा है. हम तो लोगों को बात बता रहे हैं, बनारस जा रहे हैं, इलाहाबाद जा रहे हैं, लखनऊ जा रहे हैं, गोरखपुर जा रहे हैं और लोगों को जो स्थिति है उसके बारे में बता दें.
लोगों को डरा रही है सरकार
राकेश टिकैत ने योगी सरकार पर लोगों को डराने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जेसीबी के फोटो लगाए जा रहे हैं कि अगर वोट नहीं दिया तो मकान तोड़ दिया जाएगा. आरएसएस की लाठी से 4 उंगली बड़ी लाठी किसान की होगी तभी काम चलेगा जिस दिन आरएसएस वाले परेड निकाले उसी दिन गांव में भी परेड निकले तभी काम चलेगा. लंबी लाठी फेवर ज्यादा करती है और हम लाठी की चोट करने के लिए नहीं कर रहे हैं बस कह रहे हैं कि जनता की लाठी आरएसएस की लाठी से 4 उंगली बड़ी होनी चाहिए. लाठी इसलिए होनी चाहिए क्योंकि कहीं सांप बिच्छू मिल जाए या फिर किसी को परेड करवानी पड़ जाए.
हम किसी को हमला करने के लिए नहीं बोल रहे हैं. बस इतना कह रहे हैं कि दरवाजे के पीछे लाठी रखो ताकि कोई चोर घर में न घुस जाए. हम अपने गांव में पंचायत चुनाव में वोट नहीं डालते हमारे गांव में हमारा परिवार वोट इसलिए नहीं डालता क्योंकि जो भी चुनाव लड़ते हैं वह परिवार के ही लोग होते हैं. हमने घरवालों को बस इतना कहा कि सिलेंडर की कीमत 400 की थी अभी 1000 हो गई तो ठीक से वोट करना. जो जिस भाषा में समझेगा उसको उसी भाषा में समझाना चाहिए जो मैंने अपने वाइफ और बच्चों को उसी भाषा में समझाया.