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Dibiyapur Assembly Seat: नवरत्न कंपनियों के होने के बावजूद नहीं हो पाया क्षेत्र का विकास

दिबियापुर विधानसभा सीट: NTPC और GAIL India Ltd. जैसे नवरत्न कंपनियों की स्थापना के बावजूद यहां का समुचित विकास नहीं हो पाया. इन संस्थानों में ठेकेदारी कर सपा से जुड़े नेता फर्श से अर्श पर पंहुच गए लेकिन आम आदमी जहां का तहां ही पड़ा रहा.

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Uttar Pradesh Assembly Election 2022( Dibiyapur Assembly Seat)
Uttar Pradesh Assembly Election 2022( Dibiyapur Assembly Seat)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 2012 से अस्तित्व में आयी सीट
  • पिछली बार समाजवादियों का था कब्जा
  • इस बार बीजेपी से है विधायक

दिबियापुर (203) विधानसभा सीट पर अभी बीजेपी का कब्जा है. लाखन सिंह राजपूत इस सीट से विधायक हैं. नए परसीमन के बाद वर्ष 2012 में दिबियापुर (203) विधानसभा का गठन हुआ. इससे पहले दिबियापुर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के प्रदीप यादव विधायक थे. सपा से प्रदीप यादव ने बसपा के राम जी शुक्ल को करीब 20 हजार मतों से हराया था. वहीं 2017 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी से लाखन सिंह राजपूत को जीत मिली. लाखन सिंह को 71,480 वोट मिले. उन्होंने अपने प्रतिद्वन्द्वी समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक को शिकस्त दी. प्रदीप यादव को 59,386 वोट मिले थे.

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NTPC और GAIL India Ltd. जैसे नवरत्न कंपनियों की स्थापना के बावजूद यहां का समुचित विकास नहीं हो पाया. इन संस्थानों में ठेकेदारी कर सपा से जुड़े नेता फर्श से अर्श पर पंहुच गए लेकिन आम आदमी जहां का तहां ही पड़ा रहा. प्लास्टिक सिटी की स्थापना करने के नाम पर कंचौसी के पास कई साल पहले सरकार ने किसानों की सैकड़ों एकड़ जमीन अधिग्रहीत कर ली. लेकिन न तो उन्हें उचित मुआवजा मिला और न ही कोई इकाई ही स्थापित हो पाई. बदहाल कानून व्यवस्था की बजह से यहां कोई भी उद्योगपति अपना उद्योग लगाने की हिम्मत नहीं जुटा पाया.

यूनिटेक पावर लिमिटेड ने यहां 256 मेगावाट की बिजली घर लगाने के लिए बसपा शासनकाल में 2012 के पहले करीब 350 एकड़ जमीन खरीदी. कार्य प्रारंभ भी हो गया था. तभी सरकार बदल गई और फिर अखिलेश के शासनकाल में गुंडों की वसूली की वजह से कंपनी ने अपना बिस्तर समेट कर जाना ही बेहतर समझा. यहां बदहाल कानून व्यवस्था की वजह से कोई भी उद्योग स्थापित नहीं हो पाया. शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य और बदहाल विद्युत् व्यवस्था भी यहां का मुख्य मुद्दा है. दिबियापुर और फफूंद कसबे में जब 8 की बजाय 12 घंटे बिजली आपूर्ति होने लगती थी तो यहां के लोग खुश होकर स्थानीय विधायक को दिल से धन्यवाद करते थे.

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दिबियापुर विधानसभा में 2012 के आंकड़ों के मुताबिक कुल पुरुष मतदाता- 157220 और कुल महिला मतदाता 126728 है. जबकि कुल मतदाता 2,83,948 हैं. 

2012 के अनुसार, जातीय वोटर संख्या
ब्राह्मण :-16हजार
क्षत्रिय :- 14हजार
वैश्य :- 18 हजार
दलित :- 77 हजार
यादव :- 36 हजार
शाक्य :- 15 हजार
लोधी :- 38हजार
मुस्लिम 13 हजार
पाल 13 हजार
पिछड़े 35 हजार
शेष अन्य जातियां 10 हजार

सूर्य शर्मा की रिपोर्ट...

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