scorecardresearch
 

Jagdishpur Assembly Seat: राजीव गांधी की प्रयोगशाला में खिला कमल, 2022 में क्या होगा?

जगदीशपुर विधानसभा सीट आरक्षित सीट है. ये कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है. कांग्रेस ने सबसे अधिक आठ बार इस सीट पर कब्जा किया है. मौजूदा समय में ये सीट बीजेपी के पास है.

Advertisement
X
यूपी Assembly Election 2022 जगदीशपुर विधानसभा सीट
यूपी Assembly Election 2022 जगदीशपुर विधानसभा सीट
स्टोरी हाइलाइट्स
  • बीजेपी के सुरेश पासी हैं जगदीशपुर से विधायक
  • कांग्रेस के राम सेवक धोबी रहे हैं 7 बार विधायक

उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले की एक विधानसभा सीट है जगदीशपुर विधानसभा सीट. राष्ट्रीय राज्यमार्ग संख्या 56 पर स्थित जगदीशपुर विधानसभा क्षेत्र की राजधानी लखनऊ से महज 60 किलोमीटर दूर है. ये विधानसभा सीट रायबरेली और बाराबंकी की सीमा से जुड़ी है. यहां हिंदी, अवधी और खड़ी भाषा बोली जाती है. जगदीशपुर में बहुत से दर्शनीय स्थल भी हैं. यहां सत्थिन शरीफ दरगाह है तो कई मंदिर भी.

Advertisement

जगदीशपुर विधानसभा क्षेत्र को नेहरू-गांधी परिवार की सियासी जमीन का सबसे अहम हिस्सा मना जाता है. इस सीट से राजीव गांधी के प्रस्तावक रहे राम सेवक धोबी सात दफे कांग्रेस के टिकट पर विधायक रहे. इस विधानसभा सीट के चुनावी अतीत पर नजर डालें तो कांग्रेस की पकड़ मजबूत रही है. इस सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्मीदवारों को भी दो दफे जीत मिली है.

राजनीतिक पृष्ठभूमि

जगदीशपुर विधानसभा सीट आरक्षित सीट है. ये कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है. कांग्रेस ने सबसे अधिक आठ बार इस सीट पर कब्जा किया है. मौजूदा समय में ये सीट बीजेपी के पास है. इस विधानसभा सीट से कांग्रेस और बीजेपी के साथ ही समाजवादी पार्टी (सपा) भी जीत का परचम लहरा चुकी है. इस सुरक्षित सीट पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का खाता नहीं खुल सका है.

Advertisement

जगदीशपुर विधानसभा सीट के चुनावी अतीत की बात करें तो 1974, 1980, 1985, 1989, 1991, 2002, 2007 में कांग्रेस के राम सेवक धोबी विधायक रहे. 1977 में जनता पार्टी के रामफेर कोरी, 1993 में सपा के नंदलाल और 1996 में बीजेपी के राम लखन पासी विजयी रहे. 2012 के चुनाव में कांग्रेस ने राम सेवक धोबी के नाती राधेश्याम को मैदान में उतारा और वे भी विजयी रहे.

2017 का जनादेश

जगदीशपुर विधानसभा सीट से साल 2017 के विधानसभा चुनाव में 10 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे. बीजेपी के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे सुरेश पासी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी निवर्तमान विधायक राधेश्याम को 16 हजार वोट से अधिक के अंतर से हरा दिया था. बसपा के जगदत्त तीसरे स्थान पर रहे थे. बीजेपी सुरेश को 84 हजार से अधिक वोट मिले थे.

सामाजिक ताना-बाना

जगदीशपुर विधानसभा सीट के सामाजिक समीकरणों की बात करें तो यहां कुल करीब छह लाख आबादी है. इस विधानसभा क्षेत्र में करीब चार लाख मतदाता हैं. इस विधानसभा सीट का चुनाव परिणाम निर्धारित करने में अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों के साथ ही मुस्लिम मतदाता भी निर्णायक भूमिका निभाते हैं. अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाता भी इस क्षेत्र में अच्छी तादाद में हैं.

विधायक का रिपोर्ट कार्ड

Advertisement

जगदीशपुर विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक बीजेपी के सुरेश पासी उत्तर प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री हैं. सुरेश पासी को स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का सबसे करीबी माना जाता है. सुरेश पासी का जन्म 15 नवंबर 1981 को पाकरगांव में हुआ था. एक मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले सुरेश पासी के पिता गुरु प्रसाद अमेठी के मोहनगंज में हार्डवेयर की दुकान चलाते हैं. सुरेश पासी की पत्नी सरिता देवी 2010 से 2015 तक तिलोई की ब्लॉक प्रमुख भी रहीं थीं. इनका विवादों से भी गहरा नाता रहा है. इन्होंने एक दफे महाराणा प्रताप को लेकर विवादित होर्डिंग लगा दी थी जिसे लेकर हंगामा हो गया था.

विविध

जगदीशपुर विधानसभा क्षेत्र को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने अपने संसदीय कार्यकाल में अपनी प्रयोगशाला के रूम में विकसित किया था. इस विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी के प्रयासों से करीब 500 उद्योग स्थापित हुए थे. आज भी इस क्षेत्र में 80 से ज्यादा बड़ी औद्योगिक इकाईयां चल रही हैं. इनमें बीएचएल, इण्डोगल्फ भी शामिल हैं. राजीव गांधी के कार्यकाल के दौरान स्टील प्लांट मालविका की स्थापना हुई थी.

 

Advertisement
Advertisement