Panchayat Aaj Tak Uttar Pradesh 2021: उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) को लेकर राजनीतिक दल ताकत दिखाने लगे हैं. इससे पहले यूपी चुनाव को लेकर आजतक की एक बड़ी 'चुनावी महाबैठक' हुई. शुक्रवार को इस कार्यक्रम में प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य शामिल हुए.
पंचायत आजतक 2021 के 'कौन बनेगा मुख्यमंत्री' सेशन में कोरोना त्रासदी पर बोलते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि जितना अच्छा हो सकता है वो उत्तर प्रदेश सरकार ने किया है, जो कमी रही वो स्वीकर करते हैं, लेकिन सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है. केंद्र में राहुल होते या अखिलेश होते तो मटियामेट कर देते.
गंगा में बहती लाशों पर बोले कि मैं प्रयागराज का निवासी हूं. गंगा के किनारे जिन लाशों को दफनाने की बात कही जा रही है. वह आज से नहीं हो रहा, वह परंपरागत है. जब से गंगा का प्रवाह कम हुआ है वहां ऐसा होता है. कड़वाधाम, फापामुक्त में ऐसा होता है, जब बाढ़ आती है तो शव बहकर जाते हैं.
क्यों बोले- बस बीजेपी को बदनाम कर दो?
किसानों के मुद्दे पर केशव मौर्य ने कहा कि राकेश टिकैत लखनऊ आएंगे, मुझे लगता है वो विपक्षी दलों की साजिश का शिकार हैं. किसान-बीजेपी एक दूसरे के पूरक हैं. किसानों के लिए कांग्रेस, सपा, बसपा ने कुछ नहीं किया.
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उन्होंने कहा कि तीन आंदोलन की तरफ ध्यान दीजिए. किसान आंदोलन, सीएए के नाम से शाहीन बाग, एनआरसी. इन आंदोलन का कोई मतलब नहीं था. बस कुछ ऐसा कर दो कि बीजेपी को बदनाम कर दो. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन को किसका समर्थन है, कितने किसानों का समर्थन प्राप्त है? ये सबको पता है और उनकी मंशा क्या है. सुप्रीम कोर्ट ने भी इस विवाद को रोक दिया है. यूपी के किसान कानून से संतुष्ट है.
मैं राम जन्म भूमि का सिपाही हूंः मौर्य
अयोध्या राम मंदिर पर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि मैं राम जन्म भूमि का सिपाही हूं. रामलला का मंदिर कोर्ट के फैसले के बाद बन रहा है क्योंकि मोदी है तो मुमकिन है. हमने तारीख बता दी. अब विपक्षी चलें कारसेवा करने, जो राम लला हम आएंगे, तारीख नहीं बताएंगे वाला तंज कसते थे.
राहुल गांधी पर कसा तंज
उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार बनने से पहले राहुल गांधी को कभी जनेऊ दिखाते नहीं देखा. अब विपक्षी नेताओं को हरिद्वार, गंगा में डुबकी लगानी पड़ रही है. विपक्ष अगर कहता है कि हम भी हिंदू हैं तो यह हमारी जीत है. इससे पहले वो मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति करते रहे हैं. अगर राहुल दिखावा नहीं कर रहे होते तो जनेऊ नहीं दिखाते.