
मुरादाबाद जिले की कुंदरकी विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी (सपा) का कब्जा है. सपा के मोहम्मद रिजवान कुंदरकी विधानसभा सीट से विधायक है. कुंदरकी की बसावट मुगल साम्राज्य से भी पहले की है. इतिहास के मुताबिक 10वीं शताब्दी की शुरुआत में कुंदरकी अस्तित्व में आया था. सन 1363 में खोजकर्ता इब्न बतूता भी कुंदरकी में थोड़े समय के लिए आकर रुके थे. ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस विधानसभा सीट का अपना सियासी महत्व है.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
कुंदरकी विधानसभा सीट के मतदाताओं ने करीब-करीब हर दल को विधानसभा में अपना प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया है. हालांकि, यहां सबसे अधिक सपा के उम्मीदवार को जनता ने विधानसभा में भेजा जबकि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्मीदवार को महज एक दफे जीत मिली है.
इस सीट की राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात करें तो 1967 से अस्तित्व में आई इस सीट से 2017 तक कुल 14 विधायक निर्वाचित हुए हैं. पहले चुनाव में जनता ने निर्दलीय उम्मीदवार को विधानसभा भेजा तो वहीं भारतीय क्रांति दल को एक, कांग्रेस को दो, जनता पार्टी ने दो, जनता दल दो, बीजेपी एक, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) दो और सपा को तीन दफे कुंदरकी में जीत मिली है.
2017 का जनादेश
कुंदरकी विधानसभा सीट से 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के मोहम्मद रिजवान को लगातार दूसरी और कुल तीसरी बार जीतने में सफल रहे थे. रिजवान के मुकाबले बीजेपी ने रामवीर सिंह को टिकट दिया था. रामवीर दूसरे और पांच बार के विधायक अकबर हुसैन तीसरे स्थान पर रहे. कड़े मुकाबले में रिजवान ने रामवीर को 10 हजार वोट के अंतर से हरा दिया.
समाजिक ताना-बाना
मुरादाबाद जिले की कुंदरकी विधानसभा सीट की गिनती उन सीटों में होती है जहां मुस्लिम समुदाय के मतदाता प्रभावशाली भूमिका में हैं. अनुमानों के मुताबिक कुंदरकी विधानसभा क्षेत्र में तीन लाख से ज्यादा मतदाता हैं.
विधायक का रिपोर्ट कार्ड
कुंदरकी विधानसभा सीट से विधायक रिजवान क्षेत्र के मतदाताओं के बीच मजबूत पैठ रखते हैं. साल 2012 से विधायक रिजवान क्षेत्र में विकास के कई काम गिनाते हैं, विकास कार्य कराने के दावे करते हैं. देखना होगा कि क्या वे जीत का चौका लगा पाने में, कुंदरकी विधानसभा सीट फिर से सपा की झोली में फिर से डाल पाने में सफल होते हैं या नहीं.