उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए चुनाव प्रचार थमने के बाद तक सियासी दलों की तरफ से उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किए जाने का सिलसिला जारी है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने शनिवार को नौ उम्मीदवारों की सूची जारी की है. इस सूची में भी पार्टी की ओर से पूर्वांचल में सियासी समीकरण साधने के लिए की गई कोशिश साफ नजर आ रही है.
बीजेपी ने मऊ सदर विधानसभा सीट से अशोक सिंह को उम्मीदवार बनाया है. मुख्तार अंसारी के खिलाफ मऊ सदर सीट से अशोक सिंह बीजेपी के उम्मीदवार होंगे. अशोक सिंह मऊ के चर्चित ठेकेदार अजय प्रकाश उर्फ मन्ना सिंह केस के पैरोकार हैं. अशोक सिंह ठेकेदार मन्ना सिंह के भाई हैं. गौरतलब है कि ठेकेदार मन्ना सिंह और राजेश राय की 29 अगस्त 2009 को बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.
मन्ना सिंह की हत्या के इस मामले में मुख्तार अंसारी और हनुमान पांडेय समेत 11 लोग आरोपी थे. सितंबर 2017 में मऊ की निचली अदालत ने मुख्तार अंसारी समेत आठ आरोपियों को इस केस से बरी कर दिया था. कोर्ट ने अरविंद यादव, अमरेश कन्नौजिया और राजू उर्फ जामवंत को हत्या और हत्या के प्रयास का दोषी माना था. फिलहाल इस मामले में मन्ना सिंह के भाई अशोक सिंह की तरफ से हाई कोर्ट इलाहाबाद में अपील की गई है और मामला लंबित है.
वहीं दूसरी तरफ, मन्ना सिंह हत्याकांड केस के गवाह राम सिंह मौर्य और उसके गनर सतीश की भी एक साल बाद हत्या हो गई थी. इस दोहरे हत्याकांड का आरोप भी मुख्तार अंसारी पर लगा. ये मामला कोर्ट में है और इस पर फैसला आना बाकी है. अब बीजेपी ने मुख्तार अंसारी के सामने मन्ना सिंह के भाई अशोक सिंह को चुनावी रणभूमि में उतार दिया है.