कांग्रेस ने संविधान दिवस पर सरकार की ओर से आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों के बहिष्कार का ऐलान किया था. कांग्रेस ने साथ ही अन्य विपक्षी दलों से भी ऐसा ही करने का आह्वान किया था. अब बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने भी संविधान दिवस के कार्यक्रम से किनारा कर लिया है. बसपा अध्यक्ष मायावती ने संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का बहिष्कार करने का ऐलान किया है.
मायावती ने कहा है कि उनकी पार्टी संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों में शामिल नहीं होगी. मायावती ने संविधान दिवस के दिन ये ऐलान किया और सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ ही समाजवादी पार्टी (सपा) पर भी जमकर हमला बोला. मायावती ने कहा है कि लोगों को सपा जैसी पार्टियों से सावधान रहने की जरूरत है.
मायावती ने संविधान दिवस पर आरक्षण का मसला भी उठाया. उन्होंने कहा कि यूपी काफी आरक्षित पद खाली पड़े हैं. मायावती ने निजी सेक्टर में आरक्षण का मसला भी उठाया. गौरतलब है कि मायावती काफी समय बाद विपक्षी दलों के साथ खड़ी नजर आई हैं. बसपा से पहले कुल 14 दल ये ऐलान कर चुके हैं कि वे संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे.
जिन 14 दलों की ओर से संविधान दिवस के कार्यक्रम से किनारा करने का ऐलान किया गया था, उनमें कांग्रेस और लेफ्ट शामिल हैं. राष्ट्रीय जनता दल, शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, समाजवादी पार्टी, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, डीएमके ने भी संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के बहिष्कार का ऐलान किया था. टीएमसी ने कहा है कि उसकी ओर से कोई कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाएगा, हालांकि हम इस कार्यक्रम का बहिष्कार नहीं कर रहे हैं.