उत्तर प्रदेश के लखनऊ में आज BSP के प्रबुद्ध सम्मेलन का समापन कार्यक्रम हुआ. इसमें BSP प्रमुख मायावती ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. अपने संबोधन में मायावती ने कई वादे किए जिसमें सरकार बनने पर नई मूर्तियां, प्रतिमाएं ना लगाना, नए कृषि कानूनों को लागू ना होने देना प्रमुख था. इसके साथ-साथ मायावती ने ब्राह्मण समाज से वादा किया कि सरकार बनने पर उनको पूरी सुरक्षा दी जाएगी.
प्रबुद्ध सम्मेलन में मायावती के संबोधन से पहले कार्यकर्ताओं ने जय श्री राम और जय परशुराम के नारे भी लगाए थे. इसके साथ-साथ पार्टी का पुराना नारा, 'हाथी नहीं गणेश है, ब्रह्मा, विष्णु,महेश है.' भी लगाया गया.
कृषि कानून नहीं लागू होने दूंगी - मायावती
मायावती ने कहा कि बीजेपी ने किसानों का वोट लेते हुए वादा किया था कि आमदनी दो गुना बढ़ा दी जाएगी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. BSP की राज्य में सरकार बनी तो तीन नए कृषि कानून लागू नहीं होने देंगे.
BSP प्रमुख बोलीं, '500 से ज्यादा किसानों की मृत्यु हो गई लेकिन सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ रहा. हरियाणा सरकार ने आंदोलनकारियों पर लाठीचार्ज किया जिससे एक किसान की मृत्यु हो गई. हमारी सरकार बनी थी तो किसानों को गन्ने का मूल्य ₹125 प्रति क्विंटल मिलता था. हमने इसे दोगुना कर दिया. भाजपा-सपा सरकार बनी तो उन्होंने अपने पूरे कार्यकाल में केवल एक बार ही गन्ने का मूल्य बढ़ाया. सन 2022 में बीएसपी की सरकार बनने पर एक आयोग गठित किया जाएगा और वित्त विहीन शिक्षक को उचित मानदेय भी दिया जाएगा.'
मोहन भागवत के बयान का किया जिक्र
मायावती ने कहा RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि हिंदू और मुसलमानों के पूर्वज एक हैं तो मैं RSS प्रमुख से पूछना चाहती हूं कि संघ और बीजेपी मुसलमानों के साथ सौतेला व्यवहार क्यों करती है.-हर स्तर पर ब्राह्मण समाज का शोषण होता है.
नहीं बनाने पड़ेंगे नए स्मारक - मायवती
मायावती ने आगे कहा कि यूपी में अब नए स्मारक, मूर्ति बनाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. वह बोलीं, 'जब आगे सरकार बनेगी तो ताकत नए स्मारक, मूर्ति पर नहीं लगाऊंगी. पूरी ताकत यूपी की तस्वीर बदलने पर लगाऊंगी. लेकिन कुछ धर्म-जाति के लोग चाहते हैं कि अगर उनके संत, गुरुओं का आदर सम्मान करें तो ऐसा जरूर किया जाएगा.'
सिद्धार्थ शुक्ला का किया जिक्र
सिद्धार्थ शुक्ला का जिक्र करते हुए मायावती ने कहा कि देश या दुनिया में कोई नई बीमारी कब आ जाए कुछ कहा नहीं जा सकता. आजकल ये भी नहीं पता कि कौन कब दुनिया छोड़कर चला जाए. हाल में कलाकार जिनकी उम्र ज्यादा नहीं थी, देखने में बिल्कुल स्वस्थ थे उनका निधन हो गया. मायावती ने कहा कि इसलिए पार्टी कार्यकर्ता किसी भी कार्यक्रम में मास्क आदि का पूरा ध्यान रखें.
बताई कोरोना काल में ना दिखने की वजह
मायावती ने कहा कि मैं कोरोना काल में जानबूझकर लखनऊ से नहीं निकली, क्योंकि ऐसा करने पर कार्यकर्ताओं पर कोरोना नियमों के उल्लंघन के मुकदमे दर्ज होते. फिर कार्यकर्ता चुनाव की तैयारी की जगह मुकदमे की वजह से कानूनी कार्रवाई में फंसे रहते.
ब्राह्मण समाज की रक्षा करेंगे, निराश नहीं होने देंगे - मायावती
विकास दुबे एनकाउंटर पर बीजेपी को अकसर घेरा जाता है. बिना विकास दुबे का नाम लिए मायावती ने ब्राह्मण समाज को साधने की कोशिश की. कहा गया कि ब्राह्मण समाज भी किसी के बहकावे में ना आए, हम उनको निराश नहीं होने देंगे, पूरी सुरक्षा देंगे.
मायावती बोलीं कि बीएसपी ये वादा करती है की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने पर ब्राह्मण समाज का पूरा ख्याल रखा जाएगा उन्हें उचित प्रतिनिधित्व दिया जाएगा और जो भी गलत कार्रवाई की गई है इनके खिलाफ उसकी उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी.
प्रबुद्ध सम्मेलन में बाकी पार्टियों पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि समाजवादी पार्टी, BJP की सोच पूंजीवादी है. वहीं BSP की कथनी और करनी में अंतर नहीं होता. वह बोलीं कि BSP किसी धर्म-जाति विशेष की पार्टी नहीं है. सबकी पार्टी है. मायावती ने कहा कि इसबार बीएसपी 2007 वाली जीत दोहराएगी. मायावती बोलीं, 'बीजेपी भी BSP की नकल में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन कर रही है. BSP की तर्ज पर भाजपा भी प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन और महिला सम्मेलन आयोजित करने में जुट गई है.'
मायावती बोलीं कि BSP सर्वजन हिताय और सर्वजन सुखाय की सोच वाली पार्टी है. हमारी पार्टी ने दूसरी पार्टियों की तरह कभी भी हवा हवाई बातें नहीं की है. मेरे शासन में खास करके खाली पड़े सभी पदों को भरा गया था. बीएसपी की सरकार में किसी भी जाति धर्म के साथ भेदभाव नहीं किया गया. खासकर के अपर कास्ट के लोगों के साथ.