उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले की एक विधानसभा सीट है मुरादाबाद ग्रामीण विधानसभा सीट. मुरादाबाद ग्रामीण विधानसभा सीट मुरादाबाद जिले के ग्रामीण इलाकों की सीट है. इस विधानसभा सीट के तहत पीतल नगरी के कुछ नगरीय इलाके भी आते हैं. सात चरणों में होने जा रहे यूपी विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 14 फरवरी को इस विधानसभा सीट के लिए मतदान होना है.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
मुरादाबाद ग्रामीण विधानसभा सीट की राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात करें तो ये सीट साल 1957 के विधानसभा चुनाव से ही अस्तित्व में है. चुनावी अतीत पर नजर डालें तो मुरादाबाद ग्रामीण विधानसभा सीट समाजवादी पार्टी (सपा) का मजबूत गढ़ है. इस विधानसभा सीट पर साल 1996 के चुनाव से ही सपा का दबदबा है. साल 2007 में सपा को इस सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार से मात मिली थी. तब कांग्रेस के टिकट पर शमीमुल हक जीते थे जो बाद में सपा में शामिल हो गए थे.
2017 का जनादेश
मुरादाबाद ग्रामीण विधानसभा सीट से साल 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा ने हाजी इकराम कुरैशी को उम्मीदवार बनाया था. सपा के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे हाजी इकराम कुरैशी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के हरिओम शर्मा को 28 हजार वोट से अधिक के अंतर से हरा दिया था.
सामाजिक ताना-बाना
मुरादाबाद ग्रामीण विधानसभा सीट के सामाजिक समीकरणों की बात करें तो ये सीट मुस्लिम बाहुल्य सीट है. मुरादाबाद ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में अंसारी वर्ग के मतदाताओं की बहुलता है. मुरादाबाद ग्रामीण विधानसभा सीट का चुनाव परिणाम निर्धारित करने में वैश्य और ठाकुर मतदाता भी निर्णायक भूमिका निभाते हैं.
विधायक का रिपोर्ट कार्ड
मुरादाबाद ग्रामीण विधानसभा सीट से विधायक सपा के हाजी इकराम कुरैशी का दावा है कि उनके कार्यकाल में इलाके का चहुंमुखी विकास हुआ है. विपक्षी दलों के नेता विधायक के दावों को खोखला बता रहे हैं. सपा ने इस बार नासिर कुरैशी पर दांव लगाया है. सपा के नासिर के सामने बीजेपी के कृष्ण कांत मिश्रा, बसपा के अकील चौधरी और कांग्रेस के मोहम्मद नदीम की चुनौती होगी.