उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव (UP Assembly Elections) से पहले राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है. महाराष्ट्र में सत्ता में शामिल पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार (Sharad Pawar) की राष्ट्रवादी कांग्रेस (NCP) अब उत्तर प्रदेश में अभी अपनी किस्मत आजमाएगी. एनसीपी इस बार समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ सकती है.
एनसीपी के राष्ट्रीय महासचिव केके शर्मा ने आजतक से बात करते हुए कहा कि यूपी में हमारी पार्टी चुनाव लड़ेगी, ये लड़ाई कई मुद्दों पर लड़ी जाएगी. महाराष्ट्र की तरह यहां भी हम मुख्य विपक्षी दलों के साथ जाएंगे और समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर भाजपा को हराएंगे.
केके शर्मा ने कहा कि जो भी दल समान विचारधारा के होंगे, उनके साथ हम गठबंधन करेंगे. अभी सीट को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है, लेकिन शरद पवार और अखिलेश यादव के बीच फोन पर बात हो चुकी है.
यूपी सरकार पर बरसे केके शर्मा
एनसीपी नेता केके शर्मा ने कहा कि यूपी की योगी सरकार लोकतंत्र के लिए खतरा है, जो भी आवाज उठा रहा उसकी आवाज दबाई जा रही है. राज्य में जारी धर्म परिवर्तन के मसले पर बहस पर उन्होंने कहा कि कोई अपनी इच्छा से धर्म बदलता है, तो उसमें कुछ गलत नहीं है लेकिन हम जबरन धर्म परिवर्तन के खिलाफ हैं.
केके शर्मा ने कहा कि शरद पवार ने हम सभी को यूपी के लिए संदेश दिया है और कहा है कि यूपी में लोग रोजगार के लिए भटक रहे है, लोगों के मुद्दे अनसुलझे हैं, हमें उन सभी पर काम करना है.
आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी के प्रमुख और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी हाल ही में गठबंधन को लेकर अहम बयान दिया था. अखिलेश के मुताबिक, सपा इस बार बड़े दलों के साथ ना जाकर छोटे दलों के साथ गठबंधन करेगी. ऐसे में अब हर किसी की नज़र सपा-एनसीपी के गठबंधन पर टिकी है.