UP Assembly Election: उत्तर प्रदेश में चुनाव बेहद दिलचस्प होते जा रहे हैं. दरअसल, चुनाव जीतने के लिए प्रत्याशी तरह-तरह के नुस्खे अपना रहे हैं. इसमें टोने-टोटके से लेकर शुभ मुहूर्त का हथकंडा भी शामिल है. अब चित्रकूट विधानसभा को ही देख लीजिए. यहां 2 फरवरी से नामांकन पत्रों की बिक्री और नामांकन करने की प्रक्रिया शुरू हुई थी. लेकिन 3 दिन तक किसी भी कैंडिडेट ने नॉमिनेशन फाइल नहीं किया. इसकी वजह सिर्फ इतनी सी है कि 3 दिन तक शुभ मुहूर्त नहीं था. इतना ही नहीं चौथे दिन कुछ कैंडिडेड बैलगाड़ी से नॉमिनेशन करने पहुंचे.
उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जनपद में विधानसभा की 2 सीटें हैं. 236 चित्रकूट सदर विधानसभा सीट और 237 मानिकपुर विधानसभा सीट. चित्रकूट में पांचवें चरण में मतदान होना है. नामांकन के चौथे दिन सबसे पहले भारतीय जनता पार्टी द्वारा चित्रकूट सदर विधानसभा सीट के लिए प्रत्याशी चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय (Chandrika Prasad Upadhyay) ने नामांकन पत्र दाखिल किया. वहीं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (Communist Party of India) के प्रत्याशी अमित यादव (Amit Yadav) ने भी चित्रकूट विधानसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल कराया है.
इन कैंडिडेट्स ने भी भरा नॉमिनेशन
कांग्रेस पार्टी की निर्मला भारतीय ने चित्रकूट विधानसभा सीट से और रंजना बाराती लाल पांडे ने मानिकपुर विधानसभा सीट से नामांकन पत्र दाखिल किए. कांग्रेस प्रत्याशी बैल गाड़ियों में सवार होकर नामांकन कराने पहुंचे थे. वहीं समाजवादी पार्टी के टिकट पर चित्रकूट की सदर विधानसभा सीट से प्रत्याशी अनिल सिंह पटेल ने भी नामांकन पत्र दाखिल किया.
डकैत ददुआ के बेटे लड़ते थे सपा के टिकट पर
बता दें कि चित्रकूट विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी पिछले दो चुनावों से डकैत ददुआ के बेटे वीर सिंह (Dacoit Dadua's son Veer Singh) को प्रत्याशी बनाती रही है. इस बार समाजवादी पार्टी ने डकैत ददुआ के बेटे वीर सिंह की सीट बदलकर मानिकपुर विधानसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया था, लेकिन अपनी सीट बदले जाने पर वीर सिंह ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है.