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OP Rajbhar का दावा- BJP के कई मंत्री मेरे संपर्क में, सपा से टिकट दिलाने की कर रहे मांग

ओपी राजभर ने कहा कि बीजेपी के कई मंत्री मेरे संपर्क में हैं और कह रहे हैं कि सपा में मेरी सीट करा दीजिए, तो पार्टी में आ जाएंगे. राजभर ने कहा, काफी विधायक मेरे संपर्क में हैं, उनकी गिनती भी नहीं करा सकता.

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सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के चीफ ओम प्रकाश राजभर
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के चीफ ओम प्रकाश राजभर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • राजभर ने कहा, काफी विधायक मेरे संपर्क में
  • राजभर बोले- बीजेपी चुनाव के समय धर्म का चश्मा पहन लेती है

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के चीफ ओम प्रकाश राजभर ने एक बार फिर दावा किया है कि बीजेपी के कई मंत्री उनके संपर्क में हैं. राजभर ने कहा, बीजेपी के कई मंत्री मेरे संपर्क में हैं और कह रहे हैं कि सपा में मेरी सीट करा दीजिए, तो पार्टी में आ जाएंगे. राजभर ने कहा, काफी विधायक मेरे संपर्क में हैं, उनकी गिनती भी नहीं करा सकते. 

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राजभर ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, बीजेपी चुनाव के समय धर्म का चश्मा पहनती है और नफरत की राजनीति करती है. मंदिर मस्जिद की बात करते हैं और भारत पाकिस्तान की बात करते हैं.

अखिलेश के 'चीन बड़ा दुश्मन है. पाकिस्तान राजनीतिक दुश्मन है' वाले बयान पर राजभर ने कहा, हमारे देश के पीएम मोदी पाकिस्तान जाते हैं, वहां के नेता नवाज शरीफ की मां के पैर पकड़ते हैं. उन्हें शॉल भेंट करते हैं. उनकी चाय पीते हैं. लाल कृष्ण आडवाणी जिन्ना की कब्र पर चादर चढ़ाने गए थे.  

ओमप्रकाश राजभर वाराणसी की शिवपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और उसी सीट से यूपी मंत्री अनिल राजभर भी चुनावी मैदान में आ रहे हैं. इस पर राजभर ने कहा, कोई कंपटीशन नहीं है. लोडर और लीडर में अंतर होता है. लोडर अपने मालिक का जूता साफ करता है. लीडर अपने हक के लिए चुनाव लड़ता है. बीजेपी जातीय जनगणना देने से भाग रही है. हम जातीय जनगणना की बात कर रहे हैं. बीजेपी 300 यूनिट फ्री बिजली से भाग रही है. हम सरकार आने के बाद तुरंत 300 यूनिट फ्री बिजली देंगे. 

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बीजेपी को हराने वाले सपा में आ गए - राजभर

राजभर ने कहा, हम सभी पार्टियों के अध्यक्षों से मिले थे. हमने उन्हें बताया कि हम सौ सीट अकेले लड़कर एक भी सीट नहीं जीत सकते, लेकिन 5-8, 10 करके सभी सीटें जीत लें, तो बेहतर रहेगा. जो लोग बीजेपी को हराना चाहते थे, वे अखिलेश के साथ चले आए. जिन लोगों की मंशा थी, कि बीजेपी जीते, वे अखिलेश के साथ नहीं आए. 

 

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