उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले की पलिया विधानसभा सीट अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटी हुई है. यह क्षेत्र मुख्य रूप से गन्ने के उत्पादन के लिए जाना जाता है. शारदा, सहेली और मोहाना नदियां हर साल इस क्षेत्र के लिए तबाही लेकर आती हैं. प्रदेश का इकलौता दुधवा नेशनल पार्क भी इसी इलाके में है. इसके अलावा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इस इलाके में हवाई पट्टी का भी निर्माण कराया गया था लेकिन इसकी सेवाएं शुरू नहीं हो सकी हैं. ये इलाका जिला मुख्यालय से 85 किलोमीटर दूरी पर है.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
पलिया विधानसभा सीट 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई थी. साल 2012 में इस सीट के लिए पहली दफे विधानसभा चुनाव हुए. पहले चुनाव में इस सीट से बहुजन समाज पार्टी रोमी साहनी विधायक निर्वाचित हुए थे. रोमी साहनी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी (सपा) के कृष्ण गोपाहल पटेल को 5959 वोट के अंतर से हरा दिया था. बीजेपी के रामकुमार वर्मा तीसरे, तृणमूल कांग्रेस के बीएम सिंह चौथे और कांग्रेस के डॉक्टर विनोद तिवारी पांचवें स्थान पर रहे थे.
2017 का जनादेश
पलिया विधानसभा सीट से 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले विधायक रोमी साहनी बसपा छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए. बीजेपी ने रोमी साहनी को टिकट दिया और वे अपनी सीट बरकरार रखने में भी कामयाब रहे. रोमी साहनी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के सैफ अली को 69228 वोट के बड़े अंतर से शिकस्त दी. बसपा के वीरेंद्र कुमार अग्रवाल तीसरे, राष्ट्रीय किसान मजदूर पार्टी के रामनरेश चौथे स्थान पर रहे थे.
सामाजिक ताना-बाना
पलिया विधानसभा क्षेत्र में हर जाति-वर्ग के लोग रहते हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में करीब साढ़े तीन लाख मतदाता हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में एससी एसटी, अन्य पिछड़ा वर्ग के साथ ही सवर्ण मतदाता भी अच्छी तादाद में रहते हैं.
विधायक का रिपोर्ट कार्ड
पलिया विधानसभा सीट से बीजेपी के विधायक रोमी साहनी प्रॉपर्टी डीलिंग और बेकरी के व्यवसाय में संलग्न रहे हैं. रोमी साहनी की छवि इलाके में जनता के बीच रहने वाले मिलनसार नेता की है जो जनता के सुख-दुख में साथ खड़ा रहता है. रोमी साहनी अपने कार्यकाल में इलाके के चहुंमुखी विकास के दावे करते हैं वहीं विरोधी विकास के दावों को हवा-हवाई बता रहे हैं.