उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) होने हैं. उससे पहले यूपी चुनाव को लेकर आजतक एक बड़ी 'चुनावी महाबैठक' हुई, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों को लखनऊ में घेराव करने पर इशारों-इशारों में चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि दिल्ली और लखनऊ में फर्क है.
बता दें कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानून के खिलाफ देश की राजधानी दिल्ली की सीमा पर लंबे समय से किसान आंदोलन चल रहा है. भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने दिल्ली की तर्ज पर यूपी की राजधानी लखनऊ में घेराव करने का ऐलान किया है. इस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसान राजधानी आते हैं तो स्वागत हैं, लेकिन कानून व्यवस्था बिगड़ी तो दूसरा वाला स्वागत होगा.
सीएम योगी ने कहा कि ये प्रदेश की राजधानी है. दिल्ली और लखनऊ में फर्क है. हम तो किसानों का स्वागत करेंगे. अगर कानून का पालन होगा तो सही वरना दूसरे तरीके से भी स्वागत किया जा सकता है. जो लोग लखनऊ को दिल्ली बनाना चाहते हैं, उन्हें यहां के बारे और सरकार की कार्यशैली के बारे में सबकुछ पता होना चाहिए. यूपी में कानून तोड़ने वालों को साथ कैसा सलूक किया जाता है. इस बात की उन्हें भी जानकारी है.
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मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जो लोग किसान आंदोलन को जाति के साथ जोड़ रहे हैं. वे कई पीड़ितों के साथ अन्याय कर रहे हैं. सीएम योगी ने कहा कि दो लड़कों को कैसे पीट-पीटकर मार दिया गया था और पिछली सरकार का एक मंत्री कैसे उन्हें बचा रहा था. ये भी सबको पता है.
साथ ही उन्होंने कहा कि किसान हित के लिए केंद्र सरकार ने जितना काम किया है वो पहले कभी नहीं हुआ. फसल बीमा योजना, एमएसपी का लाभ किसानों तक पहले क्यों नहीं पहुंचता था. लेकिन अब स्थिति बदली है. हम लोगों ने सीधे किसानों से खरीद की है, पेयपेंट में डायरेक्ट ट्रांसफर के जरिए की गई है.
सीएम योगी ने कहा कि गन्ना भुगतान भी समय रहते कर दिया गया है. 2017 के बाद से कोई चीनी मिल भी बंद नहीं की गई. हमने कई पुरानी मिलों को फिर चालू करवाया है. तो स्थिति अब जमीन पर बदल रही है. सभी को पता है किसानों के लिए कितना काम किया जा रहा है. किसानों की कर्ज माफी पर मुझे ज्यादा कुछ कहने की जरूरत नहीं है. हमने कैंप लगाकार किसानों के कर्ज माफ किए हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई तोड़फोड़ करेगा तो हम आरती नहीं उतारेंगे. जो कानून तोड़ेगा उसे दंड दिया जाएगा. किसी का उत्पीड़न करने के लिए कानून नहीं बनाया गया है. मैंने कई मुस्लिम धर्मगुरुओं से बात की है, वो भी कहते हैं कि अब यूपी में दंगे नहीं होते हैं. उनकी प्रॉपर्टी भी अब सुरक्षित है. प्रदेश में सभी की सुरक्षा महत्वपूर्ण है. अब उसे कैसे किया जाएगा, ये एजेंसी तय करेगी. गाड़ी पलटने वाले सवाल पर बोले एक्सीडेंट तो हो सकता है. इसमें कोई हैरान वाली बात नहीं है.