Panchayat Aaj Tak Varanasi: उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आज (शुक्रवार) पंचायत आज तक का मंच सजा है. इस चुनावी महाबैठक के ''राजभर बढ़ाएंगे साइकिल की रफ्तार'' (Rajbhar bhadaenge cycle ki raftaar!) सेशन में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने शिरकत की. इस सेशन में राजभर ने कहा कि योगी सरकार के दो दर्जन मंत्री और 150 विधायक हमारे संपर्क में हैं, आचार संहिता के बाद हम और अखिलेश यादव बैठकर इन्हें जॉइन कराएंगे.
क्या आपको काशी की बदली हुई तस्वीर दिखाई देती है? इस सवाल पर ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि देखिए, महारानी अहिल्याबाई होलकर ने भोले नाथ जी के मंदिर का निर्माण किया और उनके वंशजों के विषय में किसी का ध्यान नहीं है. आज उनके वंशज जंगल में अपनी भेड़ ही चरा रहे हैं. समय देखिए और चर्चा देखिए, चर्चा कहां हो रही है? महात्मा ज्योतिबा फुले जिन्होंने शिक्षा का नींव डाली उनके परिवार के बच्चे आज मंदिर के बाहर माला पहना रहे हैं, गाड़ी पर चढ़ा रहे हैं. बनारस में 26 थाने हैं, लेकिन एक भी थाने पर महारानी अहिल्याबाई होलकर की जाति के लोगों की तैनाती नहीं है. इस पर किसी का ध्यान नहीं है.
क्या दारोगा की नियुक्ति जाति पहचान करके की जाए? इस पर ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि जाति पहचान करके 350 तहसीलों में ठप्पा मारकर प्रमाणपत्र मिल रहा है. ये क्यों नहीं बंद होता है, जब तक ठप्पा मारकर जाति का प्रमाणपत्र मिलेगा तब तक जातियां लामबंद होकर अपने हक के लिए निकलेंगी.
निषाद पार्टी बीजेपी के कामों तारीफ कर रही है? इस पर राजभर ने कहा कि 10 प्रतिशत आरक्षण गरीब स्वर्ण को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 72 घंटे में दे सकते हैं. हाल ही में निषादों की रैली हुई थी, इस रैली से पहले आरक्षण के ऐलान की बात कही थी, लेकिन वहां अमित शाह आए और लोरी सुना दिए. अब योगी निषाद आरक्षण को लेकर चिट्ठी अलग लिखे हैं तो इससे कुछ नहीं होगा. विधानसभा से इसे पास कराएं. इसी तरह राजभर के आरक्षण को लेकर बीजेपी ने किया था.
राजभर समाज से मंत्री के सवाल पर उन्होंने कहा कि वो संतरी हैं, लोडर हैं. वो नकली राजभर हैं. जो सदन में समाज के लिए लड़ता है, जो हिस्सेदारी और हक की बात करेगा वही, समाज का असली हितेषी हो सकता है. जो जूता पॉलिश करेगा, जी हजूरी करेगा वो समाज का भला कभी नहीं करेगा. उनका निशाना योगी के मंत्री अनिल राजभर पर था.
आपकी रैली में भीड़ बहुत हो रही है, लेकिन बीजेपी नेता कह रहे है कि भीड़ उनको वोट करेगी.. इस सवाल पर ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि देखिए डबल इंजन सरकार का डीजल खत्म हो गया है. महंगाई से देश त्राहिमाम-त्राहिमाम है और योगी, मोदी के ललका सांड से सड़क पर 70 पर्सेंट एक्सिटडेंट के चलते लोग ट्रॉमा सेंटर में भर्ती हो रहे हैं. किसान का मटर चर जा रहे हैं, उसका आलू चर जा रहे हैं. जिस किसान का नुकसान हो रहा है वो डंडा लेकर इंतजार कर रहा है. उन्होंने कहा कि पिछड़ों, अनुसूचित जनजाति का आरक्षण योगी ने लूट लिया है. जब ये लोग हिस्सा मांगने जाते हैं तो लाठी बरसाते हैं. अब ''गाऊंवा वाले लाठी में तेल लगाकर बैइठल बांटें''
उन्होंने कहा कि 27 अक्टूबर को बलिया मैंने ''खदेड़ा होबे'' नारा लगाया था. देख लीजिए आंबेडकर नगर रैली में जेपी नड्डा कुर्सी को भाषण सुनाकर चले गए. बीजेपी ने जो विकास किया है उसकी हालत ये है कि बच्चा पहाड़ा भूल गया, जूनियर हाई स्कूल पास नहीं हो पा रहे हैं. गांव में बीड़ी पी रहे हैं. जो दिहाड़ी पर मजदूरी करता है, रिक्शा चलाता है वो कहां से स्मार्ट फोन रखेगा.
बीजेपी वाले रैली करेंगे तो कोरोना नहीं फैलेगा, शादी में 100 लोग जाएंगे तो कोरोना नहीं फैलेगा, लेकिन स्कूल में 50 बच्चे जाएंगे तो कोरोना फैल जाएगा. मोदी, शाह यहां बिजनेस करने आए हैं. झूठ बोलकर वोट लेना वाला कोई नेता देश में है तो वो हैं मोदी जी.
इच्छा पूरी नहीं हुई क्या इसलिए बीजेपी से अलग हुए...? इस पर राजभर ने कहा कि एक मिनिस्टर 200 मीटर सड़क ना बनवा पाए यही उसकी कमजोरी थी. जो गांव में सरकरी चकरोड ना नपवा पाए, 19 पत्र डीएम को दिया, डीएम कहता था कि नहीं नाप पाएंगे. मुख्यमंत्री का सख्त निर्देश था कि राजभर का कोई काम ना हो. हां, मैंने एक काम मुख्यमंत्री से कहा था कि मेरे समधी डीएसओ थे, उनके ट्रांसफर के लिए कहा था. अगर इसे कोई परिवाद से जोड़कर देखता है तो जय शाह, राजनाथ सिंह के विधायक बेटे क्या हैं? जिसके पास परिवार ही नहीं वो परिवारवाद क्या जाने...