प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यूपी के बलरामपुर दौरे पर पहुंचे. यहां पीएम मोदी ने सरयू नहर परियोजना का उद्घाटन किया. 9800 करोड़ रुपये की लागत की इस योजना से 9 जिलों के 29 लाख किसानों को लाभ पहुंचने की उम्मीद है. इस दौरान पीएम मोदी ने बिना नाम लिए अखिलेश यादव पर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा, कुछ लोगों की प्राथमिकता फीता काटना है.
पीएम मोदी ने कहा, जब मैं आज दिल्ली से चला तो सुबह से इंतजार कर रहा था कि कब कोई आएगा, कहेगा कि मोदी जी इस योजना का फीता तो हमने काटा था, ये योजना तो हमने शुरू की थी. कुछ लोग हैं, जिनकी आदत है ऐसा कहने की, हो सकता है कि बचपन में इस योजना का फीता उन्होंने ही काटा हो. कुछ लोगों की प्राथमिकता फीता काटना है. लेकिन हम लोगों की प्राथमिकता योजनाओं को समय पर पूरा करना है.
अखिलेश ने ट्वीट कर साधा था निशाना
दरअसल, अखिलेश यादव ने सरयू योजना को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि सपा के समय तीन-चौथाई बन चुकी 'सरयू राष्ट्रीय परियोजना' के शेष बचे काम को पूर्ण करने में यूपी की भाजपा सरकार ने 5 साल लगा दिए.
'जितना काम 5 दशक में हुआ, उतना हमने 5 साल में किया'
पीएम मोदी ने कहा, सरयू नहर परियोजना में जितना काम पांच दशक में हो पाया था, उससे ज्यादा काम हमने पांच साल से पहले करके दिखाया है. यही डबल इंजन की सरकार है. यही डबल इंजन की सरकार के काम की रफ्तार है. उन्होंने कहा, पहले जो सरकार में थे, वो माफिया को संरक्षण देते थे. आज योगी जी की सरकार माफिया की सफाई में जुटी है. तभी तो यूपी के लोग कहते हैं कि फर्क साफ है. पहले यूपी की बेटियां घर से बाहर निकलने से पहले 100 बार सोचने के लिए मजबूर थीं. आज अपराधी गलत काम करने से पहले 100 बार सोचता है. तभी तो यूपी के लोग कहते हैं- फर्क साफ है.
क्या है सरयू नहर परियोजना?
पीएम मोदी ने जिस सरयू नहर परियोजना का उद्घाटन किया है. उसकी लागत 9800 करोड़ रुपये है. सरकार ने चार सालों में इसके लिए 4600 करोड़ का प्रावधान किया है. इसमें घाघरा, सरयू, राप्ती, बाणगंगा और रोहिणी को आपस में जोड़ा जाएगा, ताकि क्षेत्र के लिए जल संसाधन का इस्तेमाल हो सके. इस परियोजना से 14 लाख हेक्टेयर से अधिक खेतों को पानी मिलेगा. सरकार का कहना है कि यूपी के 6200 से अधिक गांवों के लगभग 29 लाख किसानों को इस परियोजना का लाभ मिलेगा. इस परियोजना से बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संत कबीर नगर, गोरखपुर और महाराजगंज लाभान्वित होंगे.