Gorakhpur AIIMS Inaugration: गोरखपुर में स्थापित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS Gorakhpur) का उद्घाटन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. 22 जुलाई 2016 को पीएम मोदी ने गोरखपुर एम्स का शिलान्यास किया था. 1 हजार 11 करोड़ रुपये की लागत वाला एम्स गोरखपुर अब बनकर तैयार है.
112 एकड़ में फैले गोरखपुर एम्स में अभी 300 बेड होंगे, जिसे बाद में बढ़ाकर 750 तक किया जाएगा. इसमें 35 बेड का इमरजेंसी वार्ड भी है. गोरखपुर एम्स में OPD सेवा फरवरी 2019 से ही शुरू हो चुकी है और सरकार का दावा है कि अब तक 7 लाख लोग इसमें इलाज करा चुके हैं. यहां इसी साल मई से IPD भी शुरू हो चुकी है जहां 200 से ज्यादा सामान्य ऑपरेशन हो चुके हैं.
ये भी पढ़ें-- यूपी: युवाओं को सौगात, अब जल्द ही फ्री स्मार्टफोन और टैबलेट बांटेगी योगी सरकार
गोरखपुर एम्स में क्या-क्या सुविधाएं हैं?
- 14 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर
- मेडिसिन, जनरल सर्जरी, डेंटिस्ट्री (दंत संबंधी), पीडियाट्रिक्स, गायनिक, आर्थोपेडिक्स, डर्मेटालोजी, साइकाट्री, आप्थाल्मोलोजी, ईएनटी, रेडियोलोजी, डाग्यनोस्टिक, पीएमआर हीमेटोलॉजी आदि की ओपीडी.
- पैथालॉजी, डिजिटल एक्सरे, सीटी स्कैन, एमआरआई और अल्ट्रासाउंड की सुविधा.
- कैंसर रोग डिपार्टमेंट में हेड एंड नेक क्लीनिक, रेडियोथेरेपी. 18 करोड़ रुपये की लागत से डुअल एनर्जी की रेडियोथेरेपी, ब्रेकीथेरेपी, सीटी सिम्युलेटर मशीनें भी जल्द आएंगी.
- हीमोफीलिया मरीजों की जांच और इलाज.
- दो ऑक्सीजन प्लांट ( लिक्विड ऑक्सीजन और एयर प्रेशर आधारित दोनों)
- आयुष ब्लॉक और नर्सिंग कॉलेज.
करीब सात करोड़ आबादी को मिलेगा फायदा
सरकार का दावा है कि गोरखपुर एम्स की चिकित्सकीय सुविधाओं का फायदा पूर्वी उत्तर प्रदेश के साथ ही बिहार, झारखंड और नेपाल तक के लोगों को मिलेगा. एक अनुमान के मुताबिक करीब सात करोड़ लोगों को इसका फायदा होगा.