उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले की एक तहसील है पुरवा. पुरवा कोतवाली भी है और विधानसभा सीट भी. पुरवा विधानसभा क्षेत्र को उन्नाव की सियासत का गढ़ कहा जाता है. आल्हा विधा की प्रसिद्ध गायिका नैना गौतम भी इसी इलाके की रहने वाली हैं. पुरवा के बिलेश्वर महादेव मंदिर, भवरेश्वर मंदिर, सावर पथवारी मंदिर, कांथा हनुमान मंदिर, नंदेश्वरी मंदिर हिलौली, संत मीता शाह बाबा की मजार आदि प्रसिद्ध स्थल हैं.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
पुरवा विधानसभा क्षेत्र की राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात करें तो यूपी विधानसभा के स्पीकर हृदय नारायण दीक्षित पुरवा विधानसभा क्षेत्र के ही लउवा गांव के निवासी हैं. समाजवादी पार्टी (सपा) के एमएलसी सुनील यादव साजन का घर भी इसी विधानसभा क्षेत्र के बचुवा खेड़ा गांव में है. ये सीट सपा का गढ़ रही है. सपा के उदय राज यादव इस सीट से लगातार चार बार विधायक रहे.
2017 का जनादेश
पुरवा विधानसभा सीट से साल 2017 के चुनाव में सपा ने अपने निवर्तमान विधायक उदय राज यादव को उम्मीदवार बनाया. सपा के उदय राज के सामने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने अनिल सिंह और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उत्तमचंद उर्फ राकेश लोधी की चुनौती थी. बसपा के अनिल सिंह यादव ने बीजेपी के उत्तमचंद को करीब 27 हजार वोट के बड़े अंतर से हरा दिया. सपा के उदय राज को तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा था.
सामाजिक ताना-बाना
पुरवा विधानसभा क्षेत्र में करीब चार लाख मतदाता हैं. इस विधानसभा क्षेत्र के जातिगत समीकरणों की बात करें तो इस विधानसभा सीट की गिनती अन्य पिछड़ा वर्ग की बहुलता वाली सीट के रूप में होती है. पुरवा विधानसभा सीट का चुनाव परिणाम निर्धारित करने में सामान्य वर्ग के मतदाता भी निर्णायक भूमिका निभाते हैं. यहां दलित मतदाता भी अच्छी संख्या में हैं.
विधायक का रिपोर्ट कार्ड
पुरवा विधानसभा सीट से विधायक अनिल सिंह रियल स्टेट कारोबारी हैं. 40 साल के अनिल ने स्नातक तक की शिक्षा ग्रहण की है. अनिल सिंह का दावा है कि उनके कार्यकाल में इलाके का चहुंमुखी विकास हुआ है. वे दावा करते हैं कि विधायक निधि से सड़कों के निर्माण और मरम्मत के साथ ही बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम किया है. विरोधी दलों के नेता विधायक के दावे को हवा-हवाई बता रहे हैं.