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पंचायत आजतक 2021: राकेश टिकैत बोले - कुछ पार्टियों का इलाज गांव में होता है, दवा देंगे

Panchayat Aaj Tak Uttar Pradesh 2021: किसान आंदोलन पर राकेश टिकैत बोले, 'यह कोई आजादी की लड़ाई नहीं है. सिर्फ हक की लड़ाई है. सरकार को यह कंडीशन लगाकर बात नहीं करनी चाहिए कि कानून वापसी नहीं होंगे.'

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पंचायत आज तक उत्तर प्रदेश 2021: किसान नेता राकेश टिकैत
पंचायत आज तक उत्तर प्रदेश 2021: किसान नेता राकेश टिकैत
स्टोरी हाइलाइट्स
  • राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार को घेरा
  • यह कोई आजादी की लड़ाई नहीं है. सिर्फ हक की लड़ाई है - टिकैत

भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने बीजेपी का नाम लिए बिना तंज कसते हुए कहा है कि कुछ पार्टियों का इलाज गांव में होता है, बंगाल के बाद उन्हें बाकी जगहों पर भी 'दवा' मिलेगी. यहां राकेश टिकैत बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार बनने की बात कर रहे थे. 'पंचायत आजतक' कार्यक्रम में इंटरव्यू के दौरान राकेश टिकैत ने यह भी कहा कि किसान आंदोलन करके वह सिर्फ हक की लड़ाई लड़ रहे हैं.

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कार्यक्रम में टिकैत बोले, 'किसान सीधा भोला है. इसे ज्यादा जानकारी नहीं है, यह दवाई देता है. उस दवाई से ठीक भी होते हैं. कुछ पार्टियों को दिमागी बुखार है. वह उतरेगा तीन साल में. बंगाल में दवाई दी. उससे कुछ आराम हुआ, कुछ रिएक्शन हुआ. कुछ दवाई उन्हें यहां मिलेगी. कुछ बाकी जगहों पर मिलेगी.' 6-7 महीने बाद होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव के लिए उनकी क्या रणनीति है? यह सवाल पूछने पर टिकैत ने बात घुमाते हुए कहा कि वह चुनाव की बात कर ही नहीं रहे, सिर्फ दवाई की कर रहे हैं.

टिकैत बोले - हमारा इलाज संसद में है

टिकैत ने आगे कहा, 'हमारा (किसान आंदोलन) का भी इलाज है. वह है संसद में. वहां बड़े-बड़े डॉक्टर बैठते हैं. लेकिन कुछ पार्टियों का इलाज गांव में है, लोग तैयार बैठे हैं, कि इन्हें गांव में भेजो, तीन साल तो लगेंगे लेकिन आराम मिलेगा इनको.'

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टिकैत से आगे पूछा गया कि बीजेपी कहती है कि राकेश टिकैत और उनके मुट्ठी भर लोग उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकते. इसपर टिकैत ने कहा कि वह कुछ बिगाड़ने की बात कहते भी नहीं है. वह तो सिर्फ किसानों के हक की बात करते हैं. वह बोले, 'यह कोई आजादी की लड़ाई नहीं है. सिर्फ हक की लड़ाई है. सरकार को यह कंडीशन लगाकर बात नहीं करनी चाहिए कि कानून वापसी नहीं होंगे.'

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