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Rampur Khas Assembly Seat: जहां से 9 दफे विधायक रहे प्रमोद तिवारी, किला बचा पाएंगी कांग्रेस की आराधना?

रामपुर खास विधानसभा सीट की राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात करें तो कांग्रेस के प्रमोद तिवारी इस सीट से लगातार नौ दफे विधायक रहे हैं. कांग्रेस की आराधना मिश्रा मोना इस सीट से विधायक हैं.

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यूपी Assembly Election 2022 रामपुर खास विधानसभा सीट
यूपी Assembly Election 2022 रामपुर खास विधानसभा सीट
स्टोरी हाइलाइट्स
  • प्रतापगढ़ जिले की एक सीट है रामपुर खास विधानसभा
  • रामपुर खास से विधायक हैं कांग्रेस की आराधना मिश्रा

यूपी के प्रतापगढ़ जिले की एक विधानसभा सीट है रामपुर खास विधानसभा सीट. रामपुर खास सीट 1980 से ही कांग्रेस का गढ़ रही है. रामपुर खास विधानसभा क्षेत्र का इतिहास जुदा है. इस विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के आगे अन्य दलों के बैनर और समर्थक कम ही नजर आते हैं. लालगंज इसी विधानसभा सीट में आता है.

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राजनीतिक पृष्ठभूमि

रामपुर खास विधानसभा सीट की राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात करें तो कांग्रेस के प्रमोद तिवारी इस सीट से लगातार नौ दफे विधायक रहे हैं. प्रमोद तिवारी के मुकाबले इस विधानसभा क्षेत्र में विरोधी दलों की ओर से कोई नेता पनप नहीं पाया. प्रमोद तिवारी राज्यसभा सांसद हैं. प्रमोद तिवारी के राज्यसभा जाने के बाद इस सीट से आराधना मिश्रा मोना विधायक हैं.

2017 का जनादेश

रामपुर खास विधानसभा सीट से साल 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने आराधना मिश्रा मोना को उम्मीदवार बनाया था. कांग्रेस के टिकट पर उतरी आराधना मिश्रा मोना ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नागेश सिंह को हराया था. 

सामाजिक ताना-बाना 

रामपुर खास विधानसभा सीट के सामाजिक ताना-बाना की बात करें तो यहां हर जाति-वर्ग के मतदाता रहते हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में ब्राह्मण, क्षत्रिय मतदाताओं के साथ ही अन्य पिछड़ी जातियों के मतदाता भी अच्छी तादाद में हैं. दलित मतदाता भी निर्णायक भूमिका निभाते हैं. हालांकि, यहां प्रमोद तिवारी का सिक्का चलता है और वोटिंग पर जातिगत फैक्टर काम नहीं करता.

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विधायक का रिपोर्ट कार्ड

रामपुर खास विधानसभा सीट से विधायक कांग्रेस की आराधना मिश्रा उर्फ मोना का दावा है कि उनके कार्यकाल में विधानसभा क्षेत्र का चहुंमुखी विकास हुआ है. उनका दावा है कि हमने प्रमोद तिवारी के अधूरे कार्यों को आगे बढ़ाया है. आराधना मिश्रा मोना की छवि आक्रामक नेता की है. विपक्षी दलों के नेता विधायक के दावों को खारिज कर रहे हैं.

(इनपुट- सुनील यादव)

 

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